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एम्स में 9 घंटे की जटिल सर्जरी के बाद मरीज की आहार नली के निचले हिस्से का आधे फुट का ट्यूमर निकाला गया है। आकार बड़ा होने के कारण यह फेफड़े, महाधमनी, लिवर समेत 7 अंगों से चिपका हुआ था। जिसके कारण 34 वर्षीय महिला को गंभीर दर्द के साथ बार बार खून की उल्टियां हो रहीं थी।

Bhopal: एम्स में 9 घंटे की जटिल सर्जरी के बाद मरीज की आहार नली के निचले हिस्से का आधे फुट का ट्यूमर निकाला गया है। आकार बड़ा होने के कारण यह फेफड़े, महाधमनी, लिवर समेत 7 अंगों से चिपका हुआ था। जिसके कारण 34 वर्षीय महिला को गंभीर दर्द के साथ बार बार खून की उल्टियां हो रहीं थी। वे जब कैंसर विभाग की ओपीडी में दिखाने पहुंची तो उनकी स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने तत्काल जांच कराने को कहा। जिसमें समस्या की पुष्टि हो सकी थी। महिला सफल सर्जरी के बाद स्वस्थ हैं, उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

ऐसे हुई बीमारी की पहचान
सबसे पहले मरीज की आहार नली व अमाशय की एंडोस्कोपी कराई गई। जिसमें ट्यूमर पाया गया। यह कैंसर के ट्यूमर हैं या अन्य कोई इसकी जांच के बायोप्सी कराई गई। जिसमें यह आहार नली का लेयोमयोमा होने की बात सामने आई। इसके बाद छाती व पेट का सीटी स्कैन कराया गया। जिसमें देखने में आया कि ट्यूमर आहार नली के निचले हिस्से से लेकर फेफड़े, लिवर, महाधमनी, मद्यपट, तिल्ली और अमाशय से चिपका हुआ था।

दो जगह से खोला शरीर को
महिला का ऑपरेशन 9 घंटे चला। इस दौरान सबसे पहले छाती के दाएं हिस्से को खोला गया। यहां से ट्यूमर को फेफड़े समेत यहां के अंगों से अलग किया गया। इसके बाद पेट को खोल कर लिवर समेत अन्य अंगों को अलग किया गया। इसके बाद पेट के रास्ते ही ट्यूमर को बाहर निकाला गया। अंत में अमाशय के सामान्य हिस्से से नवीन आहार नली का निर्माण कर उसे गले में खाने के रास्ते से जोड़ा गया।

डॉक्टरों की टीम ने किया ऑपरेशन
कैंसर सर्जरी विभाग से डॉ अंकित जैन, डॉ ऋचा, डॉ सोनवीर और डॉ. नूतन व एनेस्थीसिया विभाग से डॉ अनुज जैन, डॉ. सीमा और डॉ. यामिनी शामिल रहीं। एम्स निदेशक डॉ. अजय सिंह ने इस सर्जरी को करने वाली पूरी टीम का सरहाना की है। जानकारी के अनुसार यह गठान एक प्रकार का बिनाइन व सौम्य प्रकृति का ट्यूमर था। इसलिए डॉ. जैन ने इसके ऑपरेशन का निर्णय लिया। जो इसका एकमात्र इलाज था।

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