Haryana MBBS Exam Scam: हरियाणा में 5 साल के एमबीबीएस एग्जाम की आंसरशीट जांची जाएगी, इस कमेटी को सौंपी जिम्मेदारी

Haryana MBBS Exam Scam Update
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प्रतीकात्मक तस्वीर।
Haryana MBBS Exam Scam: हरियाणा में सभी सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में आयोजित पिछले 5 सालों के एग्जाम आंसर शीट की जांच की जाएगी। हाल ही में हुए एमबीबीएस घोटाला सामने आने के बाद यह फैसला लिया गया है।

Haryana MBBS Exam Scam: हरियाणा के पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज में कथित एमबीबीएस एग्जाम घोटाला सामने आया था। जिसके बाद अब प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों की आंसर शीट चेक की जाएंगी। इसके लिए सभी कॉलेजों से पिछले 5 सालों को रिकॉर्ड मांगा गया है। बता दें कि पिछले महीने एक छात्र की ओर से की गई शिकायत के बाद एमबीबीएस एग्जाम घोटाला सामने आया था।

इस घोटाले में पता चला कि छात्र कैंपस के बाहर एमबीबीएस एनुअल और सप्लीमेंट्री एग्जाम के लिए गलत तरीके से दोबारा से आंसर शीट लिख रहे थे। आरोप है कि इन छात्रों को परीक्षा में पास कराने के लिए हर एक सब्जेक्ट के लिए 3 लाख से 5 लाख रुपए तक वसूले गए। इस घोटाले के बाद पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय रोहतक ने फैसला लिया है पिछले पूरे हरियाणा में पिछले 5 सालों में सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में आयोजित सभी एनुअल और सप्लीमेंट्री एग्जाम के आंसर शीट की जांच की जाएगी।

ये डॉक्टर्स करेंगे एग्जाम के आंसर शीट की जांच

बता दें कि इस जांच का उद्देश्य है कि पिछले कुछ सालों में आयोजित कराए गए एग्जाम में हुए सभी घोटालों का पता लगाया जाए। इसकी जांच के लिए पीजीआईएमएस के चिकित्सा अधीक्षक डॉ कुंदन मित्तल की अध्यक्षता में 3 सदस्यों की एक कमेटी का गठन किया गया है। पीजीआईएमएस में फिजियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. सुखदेव चांदला और पीजीआईडीएस, रोहतक में पीडोडोंटिक्स के प्रोफेसर डॉ. अरुण कुमार को कमेटी के सदस्य के रूप में शामिल किया गया है।

बता दें कि एमबीबीएस घोटाले में कॉलेज के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन डॉ. अमरीश भगोल को सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में अभी तक यूनिवर्सिटी क्लर्क और डिप्टी सुपरिटेंडेंट के 6 रेगुलर कर्मचारियों को सस्पेंड किया जा चुका है, जबकि छह आउटसोर्स कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की जा चुकी हैं।

228 आंसर शीट की जांच के बाद लिया गया फैसला

बता दें कि हरियाणा के एमबीबीएस घोटाले की जांच के लिए करनाल के कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. एमके गर्ग के नेतृत्व में तीन सदस्यीय समिति गठित की गई थी। इस कमेटी ने ही एमबीबीएस एनुअल और सप्लीमेंट्री एग्जाम में घोटाले की पुष्टि की थी। जानकारी के मुताबिक, कमेटी की ओर से एक प्राइवेट कॉलेज में 228 छात्रों के आंसर शीट की जांच करने के बाद यह फैसला लिया गया है।

41 आरोपियों पर दर्ज होगी एफआईआर

जानकारी के मुताबिक, हरियाणा एमबीबीएस घोटाले में 41 आरोपियों पर जल्द ही एफआईआर दर्ज की जाएगी। इसके लिए रोहतक स्थित पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधिकारियों की ओर से सिफारिश की गई है। बता दें कि इन 41 आरोपियों में 24 प्राइवेट कॉलेजों के एमबीबीएस छात्र भी शामिल हैं, जबकि बाकी के 17 कॉलेज के कर्मचारी हैं।

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