रोहतक में मरीजों को मिलेगी सुविधा: पीजीआईएमएस में शुरू होगा स्टेट ट्रांसप्लांट सेंटर, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए प्रयासरत सरकार

Vice Chancellor Dr. Anita Saxena presenting a memento to CM Naib Saini at a program organized at PGI
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रोहतक के पीजीआईएमएस में आयोजित कार्यक्रम में सीएम नायब सैनी को स्मृति चिह्न भेंट करती कुलपति डॉ. अनिता सक्सेना।
सीएम नायब सैनी ने कहा कि पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में जल्द ही स्टेट ट्रांसप्लांट सेंटर शुरू किया  जाएगा, ताकि मरीजों को ट्रांसप्लांट की सुविधा मिल सके।

Rohtak: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (पीजीआईएमएस) रोहतक में जल्द ही स्टेट ट्रांसप्लांट सेंटर शुरू किया जाएगा, ताकि किडनी सहित अन्य अंगों के ट्रांसप्लांट को सुगम बनाया जा सके। राज्य सरकार पीजीआईएमएस को और बेहतर बनाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान करेगी। मुख्यमंत्री पीजीआईएमएस की गुर्दा प्रत्यारोपण टीम के सम्मान में आयोजित अभिनंदन समारोह को संबोधित कर रहे थे।

लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देना सरकार का लक्ष्य

गुर्दा प्रत्यारोपण की समस्त टीम को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह ने कहा कि आने वाले समय में उनकी इस सफल पद्धति का लाभ प्रदेश के जरूरतमंद लोगों को ही नहीं, बल्कि देश और दुनिया को भी मिलेगा। प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। प्रदेश की जनता को सस्ता और सुगम इलाज उपलब्ध करवाना हमारी प्राथमिकता है। जिस प्रकार पिछले 10 वर्षों में देश में 24 एम्स संचालित हो गए हैं, उसी प्रकार हरियाणा में भी स्वास्थ्य की आधारभूत सेवाओं में अभूतपूर्व विकास सुनिश्चित किया गया है। हरियाणा में 2 एम्स हैं जिसमें से एक झज्जर ज़िले में संचालित है तो दूसरे एम्स की आधारशिला रेवाड़ी ज़िले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी जा चुकी है।

सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में बनेंगे हेलीपैड

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि प्रदेश का नागरिक उड्डयन मंत्री होने के नाते आदेश दे दिए हैं कि सभी मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पतालों में हेलीपैड भी बनाया जाए, ताकि जरूरत पड़ने पर रिसर्च आदि से सम्बंधित कार्यों और ट्रांसप्लांट के मामले में ऑर्गन्स व मरीज़ों को एयरलिफ्ट किया जा सके। उन्होंने पीजीआईएमएस प्रशासन से अनुरोध किया कि जहां भी नए हॉस्टल बने, वहां एयरकंडीशन का भी प्रावधान करें। इसके लिए राज्य सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी।

पीजीआईएमएस में 1971 में डॉ. गुप्ता ने लिया था एमबीबीएस में दाखिला

डॉ. कमल गुप्ता ने कहा कि वह इसी संस्थान के छात्र रहे हैं और इसी इंस्टीट्यूट में 1971 में एमबीबीएस में एडमिशन लिया था और 1980 में इसी संस्थान से एमएस की। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए हर जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी। आज बहुत से मेडिकल कॉलेज चालू हो गए हैं और बाकी पर काम चल रहा है। हरियाणा के स्वास्थ्य क्षेत्र में पीजीआईएमएस के डॉक्टर्स द्वारा गुर्दा प्रत्यारोपण एक परिवर्तनकारी पहल साबित हुई है।

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