Logo
प्रधानमंत्री ने शनिवार को अंबाला व गोहाना में रैली कर न केवल प्रदेश में बीजेपी के प्रचार को धार दी। आतंकवाद व भ्रष्टाचार पर कांग्रेस व गांधी परिवार को घेरा। हरियाणा में इस बार मोदी फैक्टर कितना कारगर होगा 4 को नतीजों के बाद पता चलेगा।  

राजनीति की चर्चा हो और हरियाणा का जिक्र न हो, ऐसा संभव नहीं हो सकता। कहने को भले ही हरियाणा में लोकसभा की 10 सीट हो, परंतु केंद्र की राजनीति में हरियाणा की धमक यूपी, महाराष्ट्र व पश्चिमी बंगाल जैसे बड़े प्रदेशों से कभी कम नहीं रही। चौ. देवीलाल के दो बार देश के उपप्रधान रहने से व मोदी सरकार टू में प्रदेश के तीन सांसदों को केंद्रीय कैबिनेट में जगह मिलने से इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। प्रदेश भाजपा ने लोकसभा चुनावों में अपना 2019 का प्रदर्शन दोहराने के लिए शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अंबाला व गोहाना में चुनावी रैली करवाकर चुनावी हवा का रूख पूरी तरह से अपने पक्ष में मोड़ने का प्रयास किया।

चार जून तक करना होगा इंतजार 

अंबाला व गोहाना में रैली के मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों, पहलवानों व जवानों से जोड़कर हरियाणा की गौरव गाथा का गुणगान करते हुए खुद को भी हरियाणा व हरियाणंवियों से जोड़ने का प्रयास किया। इस बार मोदी की बात हरियाणा के मतदाताओं को कितना रास आती हैं, यह तो चार जून को मतगणना के बाद ही पता चलेगा, परंतु मोदी ने रैलियों के मंच से न केवल आधे हरियाणा को साधा, बल्कि भ्रष्टाचार व आतंकवार पर प्रदेश में भाजपा को चुनौती दे रही कांग्रेस के साथ गांधी परिवार को भी घेरा। हरियाणा की धरती युद्ध में भी गीता का ज्ञान सुनाती है। जब मुकाबला सत्य और असत्य के बीच में हो तो विजय सत्य की ही होती है। पॉलिटिक्स के कुरुक्षेत्र में आज एक और देश का विकास है, दूसरा और वोट जिहाद है।

हरियाणा से भाजपा को आस 

2014 के लोकसभा चुनावों से पहले तक भाजपा की हरियाणा में कुछ वैसी ही स्थिति थी, आज 2024 के चुनाव परिणाम से पहले पंजाब में मानी जाती है। 2014 में आठ व 2019 में लोकसभा की सभी 10 सीट जीतने वाली भाजपा 2014 से अब में सत्ता के शिखर पर बनी हुई है। 2109 का प्रदर्शन दोहराने का सपना देख रही भाजपा ने प्रदेश के चुनावी रण में शनिवार को प्रधानमंत्री मोदी को उतार दिया। बाकी बचे चार दिन में अमित शाह, योगा आदित्यनाथ, राजनाथ सिंह जैसे बड़े चेहरे प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में चुनावी रैली करेंगे।

मातुराम की जलेबी का जिक्र कर घोला मिठास 

गोहाना के मातुराम की जलेबी सोनीपत में ही नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा में प्रसिद्ध है। प्रधानमंत्री मोदी भी इससे भले भांति परिचित हैं। गोहाना में जब मोदी रैली के मंच से अपना संबोधन कर रहे थे तो उनकी जुबा पर एक नहीं, बल्कि कई बार मातुराम की जलेबी का जिक्र आया। कहा कि दस साल रिमोट से सरकार चलाने वाला शाही परिवार फिर से लूट खसौट करने के लिए सत्ता में आने छटपटा रहा है। सभी को पता है कि योजनाएं किसके नाम पर बनती थी और उनका पैसा कहां जाता था। इंडी गठबंधन घोटालेबाजों का गिरोह है और नाम बदलने से असलीयत नहीं बदल जाती। चार जून को जब चुनाव के परिणाम आएंगे तो मातुराम की जलेबी का क्या होगा, सारी की सारी खाली हो जाएंगी।

मोदी ने हरियाणा के छोरों को दी खुली छूट 

पीएम ने कहा कि जैसे ही हमने सीमा पर तैनात हरियाणा के छोरों को खुली छूट दी। जिससे धाकड़ छोरे दुश्मनों की छाती पर अपनी सफलता के झंडे गाड़ रहे हैं। मैं भी 10 साल से धाकड़ काम कर रहा हूं। हरियाणा हमेशा सत्य के साथ रहा है। किसान, जवान व पहलवान हरियाणा की पहचान रही है। हमन जवानों, किसानों व पहलवानों की बेहतरी मोदी का सपना है। जिसके लिए बहुम काम किया है तथा आगे भी करते रहेंगे। कुछ लोगों किसानों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं, परंतु हमने किसानों की बेहतरी के लिए जो किया आंकड़ें स्वयं उसकी गवाही देते हैं।

5379487