राज्यसभा की दौड़ में कुलदीप बिश्नोई: बेटे भव्य संग दिल्ली में डाला डेरा, लोकसभा में नहीं मिला था टिकट, अब फिर पेश की दावेदारी

Haryana Rajya Sabha Election: हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बाद अब राज्यसभा सीट को लेकर धमासान शुरू हो गया है। दरअसल, हरियाणा दीपेंद्र हुड्डा के लोकसभा सांसद चुने जाने के बाद राज्यसभा सीट खाली हुई है। जिसको लेकर ही अब उपचुनाव होना है। इस सीट पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही जीत हासिल करना चाहती है। वहीं, राज्यसभा सीट को लेकर कुलदीप बिश्नोई ने भी अपनी दावेदारी पेश की है।
राज्यसभा सीट के लिए कुलदीप बिश्नोई ने दिल्ली में डेरा डाल दिया है। इसके साथ कुलदीप के बेटे भव्य बिश्नोई दिल्ली पहुंच गए हैं। कहा जा रहा है कि बीजेपी किसी भी समय राज्यसभा सीट के लिए उम्मीदवार का नाम फाइनल कर सकती है। हालांकि, कहा यह भी जा रहा है कि आने वाले 10 दिनों के भीतर चुनाव आयोग ओर से नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। बता दें कि लोकसभा चुनाव में भी कुलदीप बिश्नोई को टिकट नहीं मिली थी, लेकिन अब वह पहले से आला कमान पर दबाव बनाने के लिए दिल्ली पहुंचे हुए हैं।
विधानसभा सीटों पर दिख सकता है प्रभाव
राज्य में बीजेपी गैर जाट की राजनीति को लेकर आगे बढ़ रही है और कुलदीप बिश्नोई गैर जाट का एक बड़ा राजनीतिक चेहरा माने जा रहे हैं। ऐसे में माना यह जा रहा है कि बीजेपी कुलदीप बिश्नोई का नाम भी आगे बढ़ा सकती है। कुलदीप बिश्नोई के पिता भजनलाल हरियाणा के पूर्व सीएम रह चुके हैं और राज्य में एक बड़ा वर्ग बिश्नोई परिवार का समर्थक रहा है। अगर बीजेपी कुलदीप बिश्नोई को आगे करती है, तो भिवानी, फतेहाबाद, करनाल, हिसार, सिरसा और कई विधानसभा सीटों पर इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है।
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बीजेपी और कांग्रेस के बीच होड़
बता दें कि हरियाणा में राज्यसभा की कुल 5 सीटें हैं। इन सीटों में से 3 बीजेपी के पास है, जबकि एक सीट पर निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा ने जीत हासिल की थी। बीजेपी ने सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा और कृष्ण लाल पंवार को राज्यसभा में भेजा है। वहीं, कांग्रेस से दीपेंद्र हुड्डा राज्यसभा सांसद थे। उनके लोकसभा चुनाव जीतने के बाद यह सीट खाली हो गई। ऐसे में अब बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस राज्यसभा सीट को पाना चाहती है। बीजेपी कुलदीप बिश्नोई का नाम इसलिए भी आगे बढ़ा सकती है, क्योंकि उन्होंने कार्तिकेय शर्मा के लिए राज्यसभा में क्रॉस वोटिंग कर बीजेपी के भरोसे को जीता था।
