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Record of Electricity Consumption: हरियाणा के दक्षिणी क्षेत्रों में बिजली की खपत बढ़ती जा रही है। पिछले 15 दिन में बिजली की मांग 30 प्रतिशत के लगभग बढ़ चुकी है।

Record of Electricity Consumption: गर्मी का सितम पूरा हरियाणा झेल रहा है और इस भीषण गर्मी में बिजली खपत का नया रिकॉर्ड बन गया है। दक्षिणी क्षेत्र बिजली वितरण निगम कि ओर से 28 मई को 14.70 करोड़ यूनिट की बिजली आपूर्ति की गई। 27 मई को यह आपूर्ति 14.26 करोड़ थी। बताया जा रहा है कि एक दिन में 34 लाख यूनिट की खपत बढ़ गई है। पिछले साल मई की बात करें तो  तापमान कम होने के कारण बिजली की मांग कम हुई थी।

पिछले 15 दिनों में बिजली की मांग बढ़ी

वहीं, 28 मई 2023 को 840.97 लाख बिजली यूनिट की आपूर्ति हुई थी। इस साल 1470.32 लाख यूनिट की आपूर्ति हुई है। पिछले साल के इसी दिन के से तुलना करें तो 74.84 प्रतिशत अधिक बिजली की खपत हुई थी। सबसे अधिक बिजली की खपत गुरुग्राम में हुई। पिछले 15 दिन में बिजली की मांग 30 प्रतिशत के लगभग बढ़ चुकी है।

घरेलू उपभोक्ताओं की खपत में सबसे अधिक बढ़ोतरी हो रही है। बिजली निगम के अनुसार कुछ चुनिंदा घंटों में ही बिजली की खपत सर्वाधिक होती है। इसमें दोपहर 1 बजे से 5 बजे तक बिजली की खपत सबसे अधिक है।

बिजली वितरण निगम की आपूर्ति का डाटा

2 मई 9.81 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

13 मई 11.39 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

22 मई 14.34 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

23 मई 14.30 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

24 मई 14.63 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

25 मई 13.83 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

26 मई 13.13 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

27 मई 14.26 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

28 मई 14.70 करोड़ यूनिट बिजली की खपत

नगम के अधिकारी ने बताया की बिजली निगम का स्ट्रक्चर मजबूत होने के कारण 48  डिग्री से 50 डिग्री तापमान के बीच भी हम उपभोक्ताओं की मांग के अनुसार बिजली की आपूर्ति कर रहे हैं। बढ़ती गर्मी के बीच तकनीकी खामियां आने पर उन्हें तुरंत ही ठीक कर बिजली की आपूर्ती की जा रही है। बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए हम आपूर्ति में किसी तरह की कोई कमी नहीं छोड़ी जा रही है।

चीन से मंगाया गया था रोटर

बताया जा रहा है कि खेदड़ थर्मल प्लांट की दूसरी यूनिट को 25 दिन बाद भी शुरू नहीं किया जा सका। दरअसल, यूनिट नंबर दो के रोटर में खराबी आई थी, जिसके बाद चीन से नए रोटर के लिए ऑर्डर किया गया था। इस नए रोटर को  आने में समय लग रहा था। इसी बीच प्लांट को चलाने के लिए पुराना रोटर ले लिया गया और पुराने रोटर से वैकल्पिक व्यवस्था की आपूर्ति शुरू कर दी गई थी।

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चीन से बुलाए गए इंजीनियर

इसी साल मार्च से अप्रैल के बीच नया रोटर आने के बाद उसे लगाया गया था। इसके बाद भी नया रोटर लगाने के बाद टर्बाइन में कंपन अधिक हो रही थी। जिसे कम करने की कोशिश की जा रही है। बीएचईएल के इंजीनियर 15 दिन में भी इसे ठीक नहीं कर पाए  इसलिए अब इसे ठीक करने के लिए चीन से इंजीनियर बुलाए गए हैं। चीन के इंजीनियर अब इस रोटर को ठीक करने में लगे हुए हैं। बताया जा रहा है कि यूनिट नंबर एक 600 के बजाय 450 मेगावाट बिजली उत्पादन कर रही है। 

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