Lady Hardinge Medical College: कैंसर की बीमारी काफी खतरनाक है, इस बीमारी के बारे में समय पर पता न चलने की वजह से मरीज की जान भी चली जाती है। अब कैंसर मरीजों के लिए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से जुड़े अस्पताल में रेडिएशन थेरेपी से इलाज शुरू हो गया है। नए रेडिएशन ओन्कोलॉजी ब्लॉक में विशेष ब्रेकीथेरेपी उपकरण के इस्तेमाल से कैंसर रोगी का पहला रेडिएशन थेरेपी से इलाज किया गया। अभी तक इस विभाग में कैंसर मरीजों को ओपीडी और कीमोथेरेपी की सुविधा मिलती थी। 

दरअसल, रेडिएशन थेरेपी कैंसर का ही एक उपचार है, जिसमें कैंसर कोशिकाओं को मारने और ट्यूमर को सिकोड़ने के लिए रेडिएशन की हाई डोज का इलाज करता है। इसका मकसद स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाए बिना कैंसर को नष्ट करना है। अस्पताल के निदेशक डॉक्टर सुभाष गिरी का कहना है कि ब्लॉक के भूतल पर हाई डोज रेट ब्रेकीथेरेपी उपकरण, पहली मंजिल पर सीटी-सिम्युलेटर इकाई के साथ, एलएचएमसी की सुविधा कैंसर मरीजों को दी जाएगी।

कैंसर मरीजों को सीटी-सिम्युलेटर मशीन से मिलेगा सही इलाज 

यहां पर कैंसर मरीजों के सही इलाज के लिए सीटी-सिम्युलेटर मशीन से योजना बनाई जाती है। उसके बाद हाई डोज रेट ब्रेकीथेरेपी प्रणाली का उपयोग गर्भाशय, प्रोस्टेट, स्तन, बच्चेदानी के मुंह और अन्य कैंसर मरीजों का इलाज होता है। ब्रेकीथेरेपी इलाज कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में सबसे प्रभावी होता है। इस योजना को शुरू करने में करीब 13 करोड़ रुपये की लागत लगी है। 

जल्द शुरू होगी एनर्जी लीनियर एक्सेलरेटर मशीन की सुविधा

इसके अलावा, यहां पर जल्द ही रेडिएशन ओन्कोलॉजी ब्लॉक में विभिन्न प्रकार के कैंसर रोगियों के इलाज के लिए हाई एनर्जी लीनियर एक्सेलरेटर मशीन की सुविधा शुरू की जाएगी। लीनेक मशीन कैंसर इलाज के लिए मेगा वोल्टेज ऊर्जा की श्रेणी में आकर हाई ऊर्जा के एक्स-रे और इलेक्ट्रॉन को उत्पन्न करती है।