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दिल्ली में बदलते मौसम के साथ ही बिजली की मांग भी बढ़ने लगी है। बिजली की मांग पांच हजार मेगावाट पार पहुंच गई है। कंपनियों का कहना है कि बिजली की कोई कमी नहीं है।

Delhi Electricity Demand: दिल्ली में मौसम बदलते ही बिजली की मांग भी तेजी से बढ़ने लगी है। शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम बिजली की खपत का आंकड़ा इस मौसम में पहली बार पांच हजार मेगावाट को पार पहुंच गया। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर दिल्ली (SLDC) पर दर्ज आंकड़ों के अनुसार, अधिकतम बिजली की मांग 5137 मेगावाट का आंकड़े पर पहुंच गई।

एसएलडीसी के मुताबिक, यह आंकड़ा इस गर्मी के मौसम में पहली बार दर्ज हुआ है, जबकि ठीक एक दिन पहले यानी गुरुवार को बिजली की मांग का आंकड़ा 4839 मेगावाट रही थी। इससे साफ पता चलता है कि महज 24 घंटे में करीब 300 मेगावाट का खपत बढ़ गई है। जहां बिजली की मांग बढ़ रही है, वहीं कटौती की खबरें भी आने लगी है।

बिजली कटौती की आ रही शिकायत

लोगों द्वारा बिजली कटौती की शिकायतों के बाद भी बिजली आपूर्ति कंपनियों का दावा है कि कहीं कटौती नहीं की जा रही। निजी बिजली आपूर्ति कंपनी बीएसईएस और टाटा पावर डीडीएल के अधिकारियों का दावा है कि बिजली की कमी नहीं है। ऐसे में बिजली कटौती करने का सवाल ही नहीं उठता, लेकिन कहीं-कहीं आपातकालीन मरम्मत के लिए तय समय सीमा के लिए बिजली बंद करनी पड़ती है, जिसे कटौती नहीं कहा जा सकता।

निर्बाध बिजली की रहेगी आपूर्ति

कंपनियों का दावा है कि आठ हजार मेगावाट की मांग के अनुमान के तहत पहले से ही पर्याप्त प्रबंध किए हुए है। कंपनियों ने उपभोक्ताओं से कहा है कि परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है, निर्बाध बिजली आपूर्ति रहेगी।

कंपनियों का कहना है कि बिजली की कोई कमी नहीं है, बल्कि हम आठ हजार मेगावाट की उच्च मांग को भी निर्बाध रूप से आपूर्ति करने में पूरी तरह सक्षम हैं। कंपनियों की मानें, तो आठ हजार मेगावाट या इससे भी अधिक मांग को पूरा करने के लिए सभी प्रबंध पहले ही कर लिए गए हैं, जिसमें सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा सहित अन्य विकल्प शामिल है।

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