आशीष कुमार गुप्ता-बतौली। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली में महेशपुर पंचायत का गजब कारनामा सामने आया है। जिसमें प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना की राशि का बंदरबाट करने के लालच में औचित्यहीन नाली निर्माण का करा दिया गया है। योजना के उचित लाभ से ग्रामीण जन वंचित है। यह पूरा मामला बतौली के महेशपुर पंचायत के रुढूंकेला ग्राम का है।
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के बतौली में प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना की राशि का बंदरबाट करने के लालच में औचित्यहीन नाली निर्माण का करा दिया गया है। @SurgujaDist #chhattisgarhnews #aadiaadarshgramyojna pic.twitter.com/3n5Tnqm8Uu
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) April 16, 2025
मिली जानकारी अनुसार जनपद बतौली के ग्राम पंचायत महेशपुर के रूढ़ूकेला में प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत लगभग 5 लाख की स्वीकृति से नाली मंदिर से बस्ती की ओर बनाना था। जिसे वर्तमान सचिव कार्तिक राम और और पिछले 10 वर्षों से सरपंच रही व नव निर्वाचित सरपंच संजू देवी द्वारा मिलीभगत कर अधिकारियों के संरक्षण में मोहल्ला से बाहर नाली का निर्माण कर खुलेआम शासकीय राशि का बंदरबाट किया गया है।
ग्रामीणजन योजना के लाभ से वंचित
सैकड़ों ग्रामीण जन बस्ती में नाली के अभाव से जूझ रहे है। वर्ष 2023-24 में 190 मीटर नाली का निर्माण बस्ती के बाहर कर दिया गया था। आज की स्थिति यह नाली मोहल्ला से बाहर होने के कारण नाली में मिट्टी भरने के साथ ही अनुपयोगी बना हुआ है। सबसे आश्चर्यजनक स्थिति यह है कि, 60 घरों से सुसज्जीत ग्राम रुढूंकेला में एक भी नाली नहीं है। मोहल्ले में बरसात होने पर पानी का जमाव हर वर्ष हो जाता है, जिससे लोगों को अपने दैनिक कार्यों में परेशानी का सामना करना पड़ता है।
शासकीय राशि का हो चुका बंदरबाट
गौरतलब है कि बतौली में निर्माण हुए प्रधानमंत्री आदि आदर्श ग्राम योजना के तहत हुए कार्य को जनपद पंचायत में बैठकर इसका अवलोकन अधिकारी गढ़ कागजों में कर गए। अगर जमीनी स्तर पर सतत निगरानी निर्माण कार्यों की हुई होती तो आज पांच लाख की राशि से बने नाली का निर्माण रुढूंकेला मोहल्ला में होता और सैकड़ों ग्रामीण जनों को नाली का लाभ मिलता जो अब भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ चुका है। 5 लाख की राशि का मिलीभगत कर घटिया निर्माण के साथ बंदरबांट हो चुका है, जो अब जांच का विषय बन गया है।