बीमार हुआ जिला अस्पताल : ऑक्सीजन प्लांट 6 माह से बंद, बाहर से खरीदकर मरीजों को कराया जा रहा उपलब्ध

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जिले के बसन्तपुर स्थित जिला अस्पताल में पिछले छह माह से ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा है। इस कारण अस्पताल प्रशासन निजी प्लांट से ऑक्सीजन खरीदकर मरीजों को उपलब्ध करवा रहा है।

अक्षय साहू - राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले के बसंतपुर स्थित जिला अस्पताल में कोरोना काल से पहले यहां ऑक्सीजन की खासी किल्लत रहती थी। इसे देखते हुए यहां करोड़ों की लागत से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया गया। इस प्लांट का मरीजों को लाभ मिल रहा था, लेकिन छह माह से ऑक्सीजन प्लांट बंद पड़ा है। इस कारण अस्पताल प्रशासन निजी प्लांट से ऑक्सीजन खरीदकर मरीजों को उपलब्ध करवा रहा है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन पर दोहरी आर्थिक मार पड़ रही है। प्रति माह लगभग 40 हजार रुपये की ऑक्सीजन सिलेंडर निजी प्लांट से मंगाया जा रहा है।

4 जिलों की स्वास्थ्य सुविधाएं दो अस्पताल के भरोसे

राजनांदगांव का बसन्तपुर स्थित जिला अस्पताल और पेंड्री स्थित मेडिकल कॉलेज प्रदेश के चार जिलों के हजारों लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवा रहा है। गौरतलब है कि राजनांदगांव जिला अस्पताल में रोजाना 200 से अधिक मरीजों की ओपीडी रहती है। रोजाना राजनांदगांव के अलावा कवर्धा, मानपुर- मोहला- अंबागढ़ चौकी, खैरागढ़- छुईखदान- गंडई जिले से मरीज बेहतर उपचार के लिए यहां पहुंचते हैं। प्लांट खराब होने की सूरत में अब अस्पताल प्रशासन निजी प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति ले रहा है। निजी प्लांट से अस्पताल के लिए हर माह करीब 35 से 40 हजार रुपये की ऑक्सीजन खरीदी जा रही है। ऐसे में अस्पताल प्रशासन पर देनदारी बढ़ रही है।

जिला अस्पताल के ऊपर ढाई लाख का अतिरिक्त भार

आंकड़ों की बात करें तो एक माह में अस्पताल में 40 हजार रुपये की ऑक्सीजन पहुंचती है, तो छह माह में यह आंकड़ा करीब ढाई लाख रुपये पहुंच चुका है। ऐसे में यदि समय रहते प्लांट दुरुस्त कर दिया जाता है, तो अस्पताल प्रशासन को आर्थिक चपत नहीं लगती। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी जिला अस्पताल पर भारी पड़ रही है। ऑक्सीजन प्लांट को लेकर स्वास्थ्य विभाग से मामला उठाने के बाद भी समाधान नहीं हो रहा है। सर्दियों में ऑक्सीजन से संबंधित मरीजों की संख्या अधिक रहती है।

एक ऑक्सीजन प्लांट कौ मेजर कंप्रेशर है खराब

सिविल सर्जन यू एस चंद्रवंशी ने बताया कि, हमारे यहां दो ऑक्सीजन प्लांट है, जिसमें से एक ऑक्सीजन प्लांट का मेजर कंप्रेशर खराब हो गया है। इस कारण इससे ऑक्सीजन नहीं बन पा रही। दूसरे को हम कभी-कभी चालू करते हैं रिहल्सल के तौर पर। हमारे यहां ऑक्सीजन की आपूर्ति सिलेंडर से की जाती है, जिससे ऑक्सीजन की कभी कमी नहीं होती है।

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