बैज पर बयान जुनेजा को पड़ा महंगा : कांग्रेस ने नोटिस जारी कर तीन दिन के भीतर मांगा जवाब, गिर सकती है निलंबन की गाज

Former MLA Kuldeep Juneja
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पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा
पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने पीसीसी चीफ दीपक बैज के बदलाव की मांग उठाई थी। लेकिन, उनके इस बयान को पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है और तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है।  

रायपुर। नगरीय निकाय चुनाव में मिली बड़ी हार के बाद कांग्रेस के पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने भी पीसीसी चीफ दीपक बैज के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की मांग उठाई थी। लेकिन, उनके इस बयान को पार्टी ने अनुशासनहीनता मानते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है और तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। जवाब नहीं देने पर जुनेजा पर निलंबन की गाज गिर सकती है।

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दरसअल, पूर्व विधायक कुलदीप जुनेजा ने अपने बयान में कहा था कि, नगरीय निकाय चुनाव में मैंने सिर्फ एक टिकट मांगा, मैंने आकाश तिवारी के लिए टिकट मांगा था, लेकिन नहीं दी गई। अब आकाश तिवारी निर्दलीय चुनाव जीतकर पार्षद बन गए हैं। श्री जुनेजा ने साफ तौर पर कहा कि, मैंने हाईकमान को पत्र लिखा है, जल्द नेतृत्व में बदलाव होगा।

राजनांदगांव में कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने अध्यक्ष पद से दिया इस्तीफा

वहीं राजनांदगाव जिले के कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने जिला पंचायत चुनाव के दौरान अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू पर षडयंत्र करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने प्रेस वार्ता कर कांग्रेस मुक्त साहू समाज की घोषणा की है। भागवत साहू, साहू समाज के भी जिलाध्यक्ष हैं।

नवाज खान पर बागी प्रत्याशी को समर्थन देने का लगाया आरोप

उन्होंने आरोप लगाया है कि, पूर्व जिला अध्यक्ष नवाज खान के द्वारा सामूहिक नेतृत्व में षडयंत्र पूर्वक साहू समाज के प्रत्याशी को हराने के लिये धन बल, बाहूबल का भरपूर प्रयोग करते हुए कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी भागवत साहू जो वर्तमान में जिला कागेस ग्रामीण के अध्यक्ष और जिला साहू समाज के अध्यक्ष को बदले के भावना को ध्यान में रखकर बागी प्रत्याशी अंगेश्वर देखमूख को विजयी बनाने में सफल हुए। इस संभावित स्थिति को ध्यान में रखकर छत्तीगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री को पत्र एवं मिलकर उचित निर्णय लेने का निवेदन पत्र के माध्यम से 03 फरवरी को अवगत कराया गया था। बावजूद इसके बैठको के माध्यम से मुझको भ्रमित करते रहे और बागी प्रत्याशी को मदद करते रहे।

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