नक्सलमुक्त जिले में फिर दिखे नक्सली : 9 हथियारबंद संदिग्धों की सूचना से पुलिस अलर्ट

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बालोद जिले में फिर दिखे नक्सली, पुलिस अलर्ट
छत्तीसगढ़ में सालों पहले बालोद जिले को नक्सल मुक्त घोषित किया गया था, वहां अब फिर से नक्सलियों की मौजूदगी की खबर मिली है।

राहुल भूतड़ा - बालोद। छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में सालों बाद फिर नक्सलियों की चहल पहल देखी जा रही है। जिले का वो इलाका जहां पहले कई नक्सली घटनाएं घट चुंकि है। डोंडी ब्लाक के महामाया डुलकी माइंस इलाकों में पहुंचकर वहां के वास्तविकता जानने की कोशिश की गई है। ये वहीं इलाका है जहां सालों पहले नक्सलियों ने बारूद लूटने वाहन उड़ाने और माइंस की गाड़ियों को जलाने जैसी घटना को अंजाम दिया था जिस वजह से महामाया में थाना भी खोला गया है।

जिले में घूमते दिखे वर्दीधारी संदिग्ध नक्सली

नक्सलियों के मामले में स्थिरता आने के बाद बालोद जिले को जुलाई 2021 में नक्सली जिले से बाहर कर दिया गया था। लेकिन बीते सप्ताह ही माइंस से लगे कुमुड़कट्टा गांव के चौक के पास संदिग्ध 9 वर्दी धारी लोगों को देखा गया है। जिसमें कुछ के पास हथियार थे तो उसमें 2 महिला भी थी फिर 4 लोगों को महामाया थाने के आस-पास घूमते हुए देखे जाने की ख़बर है। ऐसे में वर्दीधारी संदिग्ध के बारे में पता चलते ही जिले की पुलिस अलर्ट हो गई है। वही अब सर्चिंग अभियान तेज कर थाने की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

 Mahamaya Dulki Mines

पुलिस ने जारी किया अलर्ट

सूत्रों की माने तो नक्सली हो सकते है। जो क्षेत्र में फिर एक बार अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे है। ग्राम कुमुड़कट्टा ऐसा गांव है जहां के एक छोर से जंगल से होते हुए खड़गांव जा सकते है । खड़गंाव जो मोहला मानपुर जिले में आता है। घोर नक्सल प्रभावित इलाका है। वही पहाड़ी इलाके का दूसरा छोर जंगल से होते हुए बस्तर की तरफ निकलता है। ऐसे में इस जगह को नक्सल प्रभावित होने से इनकार भी नही किया जा सकता है। इसी इलाके में पहले कई दलम जैसे पल्लेमाड़ी दलम, मोहला मानपुर दलम, स्टार दलम के नाम से पर्चे बैनर भी मिले है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए पुलिस अलर्ट हो गई है।

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घट चुकी हैं कई बड़ी घटनाएं

महामाया माइंस में उपयोग होने वाले बारूद को वर्दीधारी नक्सलियों ने 2008 में लूट लिया था। वही महामाया मार्ग में ही ग्राम आड़ेझर सर्चिंग वाहन को 8 जून 2008 को उड़ाया था। इसके साथ ही नक्सली ने माइंस में लगी जेसीबी वाहन को आग के हवाले किया था, तो रावघाट रेल परियोजना निर्माण के समय बेस कैम्प में फायरिंग की थी । 2010 में वर्दीधारी नक्सलियों ने ग्राम नलकसा के रामभरोसा दुग्गा की हत्या की थी। 15 से अधिक नक्सली घटना घट चुकी है।

Mahamaya Dulki  thana

तीन तरफ से घिरा हुआ है बालोद जिला

बालोद जिला गुरुर ब्लाक के अंतिम जंगल गाँव जंगली भेजा बड़भूम, कोसमी, कोचवाही मरकाटोला ये गांव उत्तरबस्तर से लगा है। तो डोंडी ब्लाक का आधा हिस्सा बस्तर तो दूसरा हिस्सा मोहला मानपुर जिले के खड़गांव से और डोंडीलोहरा का मंगचुवा जुन्नापनी गांव अम्बागढ़ चौकी मानपुर से लगा हुआ है, जहां से अक्सर नक्सल गतिविधियां देखी जाती है ।

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