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विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का कहना है कि इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी सबसे बड़ी गारंटी है।

रायपुर। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजनांदगांव के विधायक, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह का कहना है कि इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी सबसे बड़ी गारंटी है। देश में जो माहौल दिख रहा है, उसे देखकर कहा जा सकता है कि श्री मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती। उनके नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। दुनिया में देश का परचम लहरा रहा है। डॉ. रमन ने राजनांदगांव चुनाव को लेकर कहा कि दुर्ग से जाकर मोतीलाल बोरा भी राजनांदगांव चुनाव लड़े थे वे नहीं कर सके तो भूपेश बघेल क्या कर लेंगे। उनकी हार तय है। कांग्रेस ने विधानसभा में बोल्ड हो चुके खिलाड़ियों को लोकसभा में उतारा है, इस बार सबकी इच्छा पूरी होगी और भाजपा सभी 11 सीटें जीतेगी। हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी से चुनावी संवाद में उनसे हुई बातचीत प्रस्तुत है।

आप इस समय विधानसभा अध्यक्ष हैं, इस चुनाव में आप अपने को किस भूमिका में देख रहे हैं?

राजनीति में हमेशा दायित्व बदलता रहता है, इसी के साथ कार्य की शैली और काम भी बदलते हैं। कभी विधायक के नाते, कभी सांसद के नाते, कभी केंद्रीय मंत्री के नाते, फिर 15 साल तक मुख्यमंत्री, इसके बाद विपक्ष के नाते भी काम किया है। अब बिल्कुल एक नई भूमिका में विधानसभा अध्यक्ष के नाते काम कर रहा हूं। इस बार चुनाव में मेरी भूमिका सीधे मैदान पर उतरने की नहीं है, मैं इस चुनाव में अपनी भूमिका को अलग रूप से महसूस कर रहा हूं। मुझसे जो राय लेने आते हैं, बात करने आते हैं, उनसे मैं अपनी बात बंद कमरे में कहता हूं, सार्वजनिक रूप से नहीं कहता हूं।

■  भूमिका के बदलाव में कैसा लग रहा है, हाथ बंधे-बंधे से तो नहीं लगते हैं? 

■ अचानक खेलते-खेलते, मैदान के बाहर बैठकर इसको देखना एक अद्भुत अनुभव है। इस अनुभव का भी मजा ले रहा हूं

क्या दिख रहा है इस बार का लोकसभा चुनाव ? 

पूरे देश का जो वातावरण बता रहा है, जनता का जो रुख दिख रहा है, उससे साफ लग रहा है कि तीसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ नरेंद्र मोदी को सरकार बनाने से दुनिया की कोई ताकत नहीं रोक सकती है। मोदी की गारंटी, इससे बड़ी कोई गारंटी आज नहीं है। मोदी जी ने दस साल के कार्यकाल में जो अद्भुत काम किए हैं, उसका नतीजा है कि उसका विश्वास ग्रास रूट तक दिख रहा है। आज 80 करोड़ परिवारों को मुफ्त में राशन दिया जा रहा है। 12 करोड़ के लिए शौचालय की बात करें, 5 लाख तक के मुफ्त इलाज की बात करें, 40 करोड़ के लिए मुफ्त इलाज की बात करें, किसान सम्मान निधि की बात करें। चार करोड़ आवास भी बने। ऐसी न जाने कितनी योजनाएं हैं, इन योजनाओं ने गरीबों के जीवन में अद्भुत परिवर्तन लाने का काम किया है। दस करोड़ घरों में पीने के पानी की व्यवस्था की है। यही नहीं, आज दुनिया में शक्तिशाली देशों की बात होती है, तो पांच प्रमुख देशों में भारत का नाम आता है। मोदी जी का सपना है, 2047 में भारत पूर्ण विकसित देश हो। विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बनेगा भारत। 

अब पार्टी से ज्यादा भरोसा एक शख्स नरेंद्र मोदी पर दिखता है, इसको लेकर क्या कहते हैं ? 

जिनका संकल्प इतना गहरा हो, जो जनसंघ के दौर से शुरू करके यहां तक आए हैं। जो 1951 का जनसंघ का घोषणापत्र रहा है, उसके क्रियान्वयन की जिम्मेदारी किसी शख्स को मिल रही है, तो वो नरेंद्र मोदी है। 370 को समाप्त करना, इस असंभव काम को किया है। तीन तलाक को समाप्त करना। अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण करना। घर-घर स्वच्छता अभियान लाने का काम किया। डा. रमन हो या आम आदमी को उसमें अगर परिवर्तन लाने की ताकत किसी में है तो वो नरेंद्र मोदी हैं। दस साल में मोदी जी ने दिखाया है कि मोदी है तो सब मुमकिन है। 

कांग्रेस की गारंटी को लेकर क्या सोचते हैं? राहुल गांधी, महिलाओं को साल में एक लाख देने की बात कह रहे हैं? 

राहुल गांधी पर कभी देश की जनता ने भरोसा ही नहीं किया है। पिछले घोषणापत्र निकाल कर देखिए, गंगाजल हाथ में लेकर, गीता हाथ में लेकर जो-जो संकल्प लिए थे, उनका क्या हुआ। 500 सौ रुपए महिलाओं को प्रति माह देने की बात थी, नहीं दिया। ऐसे कई वादे किए जो पूरे नहीं हुए। इसीलिए कांग्रेस के घोषणापत्र पर जनता भरोसा नहीं करती है। आपकी दुकान तो खुलने वाली नहीं है फिर प्राइस लिस्ट क्यों टांग रहे हैं, आपकी दुकान तो बंद है पिछले 10-15 साल से। आपकी प्राइस लिस्ट पर भरोसा कौन करेगा कि आप सस्ते में अनाज दे रहे हो। 

जब दुकान खुलनी नहीं है तो फिर कांग्रेस के घोषणापत्र को लेकर नरेंद्र मोदी से लेकर सब भाजपा नेता इतने हमलावर क्यों हैं?

ये देश में भ्रम फैला रहे हैं, उस भ्रम का निवारण और निराकरण करने का काम प्रधानमंत्री कर रहे हैं। जो तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं, जो आज घुसपैठियों को बढ़ावा देने की बात करते हैं। जिस प्रकार से देश को खंडित करने की सोच रखते हैं। इस प्रकार की विचारधारा के खिलाफ लड़ाई है। इसीलिए कठोरता के साथ जनता के सामने अपना पक्ष रखना है, ताकि देश की स्थिति अच्छी रहे। कहीं कोई डर या भय नहीं है।

ऐसी विचारधारा वाले कांग्रेसियों को फिर भाजपा में क्यों लिया जा रहा है?

देश भाजपामय हो रहा है, कांग्रेस से उपेक्षित लोग, निराश और कुंठित हैं, वहां एक व्यक्ति बैठकर तानाशाह की तरह निर्णय ले रहा है। इसके कारण भगदड़ मची हुई है। भगदड़ का कारण नरेंद्र मोदी नहीं, बल्कि खुद राहुल गांधी हैं। उनके प्रमुख लोग हैं जिसके कारण कांग्रेस में आज भगदड़ मची है। जो दल छोड़कर आ रहे हैं, उनके लिए हमारे दरवाजे खुले हैं, हम तो सबका स्वागत करते हैं।

राहुल गांधी कहते हैं भाजपा फिर आ गई तो अगली बार चुनाव ही नहीं होगा? 00 लोकतंत्र के लिए 

सबसे बड़ी लड़ाई लड़ने वाली भाजपा है। ये कांग्रेस वाले किस मुंह से बात करते हैं। देश के संविधान को बंधक बनाने का काम करने वाली इंदिरा गांधी रही हैं। आपात काल लगा कर लाखों नेताओं को जेल के अंदर डाल दिया गया था। 18 माह तक इस देश का संविधान बंद रहा। वो कांग्रेस पार्टी आज बोल रही है, उनको बोलने का हक नहीं है। देश, विपक्ष और मीडिया को कुचला है, मोदी जी तो सबको खुले आम गले लगा रहे हैं।

छत्तीसगढ़ में अब तक 11 सीटें जीतने की भाजपा की हसरत पूरी नहीं हुई है अब तक क्या कहते हैं?

अब वो दिन आ गया है, चार जून को जब परिणाम आएंगे तो जो आपकी इच्छा है या मेरी इच्छा है, छत्तीसगढ़ की जनता की इच्छा है वो पूरी हो जाएगी। सभी 11 की 11 सीटें भाजपा को मिलेगी। इसी के साथ इस बार 400 पार की बात भी पूरी होगी।

विष्णुदेव साय वो काम कर देंगे 11 सीटें दिलाने का जो रमन सिंह 15 साल में नहीं कर पाए?

विष्णुदेव साय ने आते ही चमत्कार किया, जो वादा किया था, मात्र 90 दिनों के अंदर ऐसा काम किया, मैं भी सोचता हूं क्या कोई मुख्यमंत्री इतनी रफ्तार से काम कर सकता है, लेकिन विष्णुदेव साय ने यह किया। किसानों को बोनस दिया, किसानों का वादे के मुताबिक 31 सौ रुपए में 21 क्विंटल धान खरीदा, 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन में पैसे दिए, 18 लाख गरीबों के आवास को भूपेश बघेल ने रोका था, उन 18 लाख आवास को मंजूर किया। आज छत्तीसगढ़ में कोई काम रुक नहीं रहा है चारों तरफ सांय-सांय काम हो रहा है। 

काम सांय-सांय हो रहा है तो सांसदों का टिकट क्यों काट दिया? 

ज्यादा चेहरे नहीं बदले हैं, कुछ को विधानसभा में भेजा, कुछ को लोकसभा का चुनाव लड़ा रहे हैं। ये परिवर्तन भाजपा और राजनीतिक दल में चलता है। एक बार तो सभी सांसदों को बदल दिया गया था, इस बार वैसा निर्णय नहीं लिया गया है।
कांग्रेस ने भूपेश बघेल सहित कई दिग्गजों को मैदान पर उतारा है, इससे कितना डरते हैं? 00 इनके जितने खिलाड़ी मैदान पर उतरे हैं, क्रिकेट में भी 11 खिलाड़ी होते हैं, यहां भी 11 खिलाड़ी मैदान पर हैं, कांग्रेस के कई खिलाड़ी विधानसभा में तो ये पहले ही बोल्ड हो चुके हैं। विधानसभा में हारने के बाद लोकसभा में लड़ रहे हैं, यहां क्या स्थिति बनेगी यह सोचने की बात है। जब मोतीलाल वोरा दुर्ग से राजनांदगांव आकर नहीं जीते तो भूपेश बघेल क्या कर लेंगे। भारी अंतर से भूपेश बघेल राजनांदगांव सीट हार रहे हैं, उसमें शंका नहीं है।

भूपेश बघेल के राजनांदगांव जाने का क्या कारण लगता है?

मुझे लगता है कि यह सोच रही होगी कि कांग्रेस की पांच विधायक हैं भाजपा के सिर्फ तीन विधायक हैं, मुझे अच्छा ग्राउंड मिलेगा यही सोचकर राजनांदगांव गए होंगे। वो ये भूल जाते हैं कि जब सारे विधायक कांग्रेस के थे, तब भी कांग्रेस को हार मिली थी। भूपेश बघेल ने ऐसा उत्थान किया है कि पूरी पार्टी को ही डुबा दिया है। पांच साल में भ्रष्टाचार करने के अलावा कुछ नहीं किया गया है।
 

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