मतगणना में गड़बड़ी : हारे हुए को थमा दिया जीत का प्रमाण पत्र

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एमसीबी जिले के भरतपुर तहसील अंतर्गत बीते दिनों संपन्न हुए त्रिस्तरीय चुनाव में जीते हुए प्रत्याशी की जगह हारे हुए सरपंच प्रत्याशी के नाम जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया। 

बैकुंठपुर/जनकपुर। एमसीबी जिले के भरतपुर तहसील अंतर्गत बीते दिनों संपन्न हुए त्रिस्तरीय चुनाव में जीते हुए प्रत्याशी की जगह हारे हुए सरपंच प्रत्याशी के नाम जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया। इसकी खबर जब जीते हुए प्रत्याशी को मिली तो मामला गरमा गया और इस लापरवाही को लेकर तहसीलदार भरतपुर को शिकायत आवेदन देकर मामले की जांच की मांग की गई। साथ ही चुनाव आयोग को भी इस संबंध में शिकायत करने की बात कही जा रही है। एमसीबी जिले के भरतपुर तहसील अंतर्गत त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव 2025 का तीसरे व अंतिम चरण का मतदान 23 फरवरी को संपन्न हुआ और 25 फरवरी को जीते हुए प्रत्याशियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया, तब भारी गड़बड़ी का खुलासा हुआ।

मिली जानकारी के अनुसार, भरतपुर जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत ओहनियां में 23 फरवरी को संपन्न हुए मतदान के बाद मतदान कर्मियों ने मतगणना की, तब सरपंच प्रत्याशी जगत बहादुर सिंह को सर्वाधिक मत मिले, इसके बाद जगत बहादुर व उनके समर्थकों के द्वारा जमकर जश्न मनाया, लेकिन दो दिन बाद 25 फरवरी को रिटर्निंग अधिकारी द्वारा हारे हुए प्रत्याशी जयकरण सिंह के नाम जीत का प्रमाण पत्र प्रदान किया गया, इसकी जानकारी जीते प्रत्याशी जगत बहादुर व समर्थकों को मिली तो चुनावी प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए नाराजगी व्यक्त की गई और मामले की जांच के लिए तहसीलदार भरतपुर को लिखित शिकायत देकर मामले की निष्पक्ष जांच व कार्रवाई की मांग की गई।

एक गणना परिणाम में लाल क्रास

शिकायतों के अनुसार, ग्राम पंचायत ओहनिया के मतदान केन्द्र क्रमांक 137 के पीठासीन अधिकारी द्वारा जारी गणना परिणाम जारी किया, उसमें सर्वाधिक वोट पाए जगत बहादुर सिंह एवं कम मत प्राप्त किए जयकरण सिंह का जारी किया गया। दोनों के नाम व प्राप्त मत के बीच लाल पेन से क्रास कर प्राप्त परिणाम को उल्टा बताया गया, लेकिन ऐसा किसने किया यह जांच का विषय है। इसी आधार पर परिणाम उलट फेर हुआ। यह जांच का विषय है कि आखिर पीठासीन अधिकारी द्वारा इस तरह की गलती की है तो वहां पर सत्यापित किया जाना चाहिए था या फिर त्रुटी सुधार कर नया गणना परिणाम जारी करना चाहिए था ताकि लाल स्याही से क्रास करना चाहिए। यह जांच का विषय है। वहीं जिस गणना परिणाम में दोनों प्रत्याशियों के नाम व प्राप्त मत के बीच लाल स्याही से क्रॉस किसने किया। वहीं जिस परिणाम पत्रक में लाल स्याही से क्रास किया गया है, वह काला इंक से परिणाम लिखा गया है, वहीं जिसमें गड़बड़ी नहीं है, उसमें नीला इंक से परिणाम लिखा गया है। यह अब जांच का विषय है। शिकायत पर इस पर निष्पक्ष जांच की जरूरत है।

सर्वाधिक मत पाकर भी प्रमाण पत्र दूसरे को मिला

ग्राम पंचायत ओहनिया में संपन्न हुए पंचायत चुनाव में मतदान पश्चात मतदान केन्द्र में ही मतगणना की गई। इसमें सरपंच प्रत्याशी जगत बहादुर सिंह गणना में सर्वाधिक मत प्राप्त किए, इसके संबंध में उन्हें गणना पत्रक भी दिया गया। जबकि हारे हुए सरपंच प्रत्याशी के नाम जीत का प्रमाण पत्र दे दिया गया।

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