नवाचारी शिक्षिका ने दिखाई राह : उसकी नेत्रदान की घोषणा ने दी प्रेरणा, पति के साथ पांच और लोगों ने किया अनुकरण

Innovative teacher Varsha Jain
X
नवाचारी शिक्षिका वर्षा जैन ने अपनी दोनों आंखें की दान
नेत्रदान महादान की कहावत को चरितार्थ करते हुए शासकीय प्राथमिक शाला केंवतरा की नवाचारी शिक्षिका ने अपनी दोनों आंखें  दान कर दी। 

बेमेतरा। छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के शासकीय प्राथमिक शाला केंवतरा की नवाचारी शिक्षिका वर्षा जैन ने अपनी दोनों आंखे दान कर समाज में और शिक्षा जगत में अनुकरणीय कार्य किया है। उनकी सोच है कि, उनके बाद उनकी आँखों से कोई दूसरा इस खूबसूरत दुनियां को देख सके। नवदृष्टि फाउंडेशन, डोनेट थोड़ा सा जैसी संस्था से जुड़ चुकी वर्षा जैन ने यह साहसिक कदम उठाकर समाज में जागरूकता लाई।

पति पत्नी ने की आंखें दान

इस साहसिक कदम में उनके पति प्रखर जैन ने उनका भरपूर साथ दिया और दोनों ने एक साथ अपनी आंखें दान की। प्रतिवर्ष लगभग तीन बार रक्तदान करने वाली और भविष्य में देहदान का भी मन बना रही है। वर्षा जैन ने बताया कि, ज़रा सोचिए कुछ देर के अंधेरों से हम बहुत घबरा जाते है, फिर जो जन्मांध है या किसी दुर्घटनावश अपनी आंखें खो चुके हैं उनका जीवन कैसा होगा?

वर्षा जैन के प्रेरणा से 5 अन्य लोगों ने की नेत्र दान

उन्होंने कहा कि, देहत्याग के बाद इस शरीर को तो पंचतत्व में विलीन होना ही है। तो क्यों न हम किसी के अंधेरे जीवन में रोशनी की किरण बन जाएं। नवाचारी शिक्षिका वर्षा जैन के प्रयास और हौसले को देखकर और उनकी प्रेरणा से 5 अन्य लोगों ने भी अपने नेत्र दान किए। उन्होंने यह साहसिक कदम उठाने की सभी से गुजारिश की। उनके इस अनुकरणीय कार्य की सर्वत्र सराहना की जा रही है। आंकड़ों के अनुसार, भारत में 22 लाख लोग इस खूबसूरत दुनियां को नहीं देख पाते, 11 लाख आंखें भी यदि मिल जाएं तो उनके जीवन में उजाला हो सकता है।

नवदृष्टि फाउंडेशन का आभार जताया

इस मौके पर शिक्षिका वर्षा जैन ने नवदृष्टि फाउंडेशन के सभी सदस्यों और अभिजीत पारख का विशेष आभार जताया । छत्तीसगढ़ में नेत्रदान, रक्तदान और देहदान में अग्रणी संस्था नवदृष्टि फाउंडेशन के सभी सदस्यों ने उनकी सराहना की। उन्होंने बताया कि, अब छत्तीसगढ़ में त्वचादान की भी शुरुवात हो चुकी है जो की अग्नि से जले हुए लोगों को हीन भावना से निकालने औरं उनकी त्वचा को काफी हद तक साधारण बनाने में काम आयेगी। शिक्षिका वर्षा जैन के इस अनुकरणीय कार्य की डाइट के व्याख्याता थलज कुमार साहू, बीईओ साजा निलेश चंद्रवंशी, बीआरसी साजा बी. डी. बघेल, प्रधानपाठक हरि केडिया, घनश्याम सोनी, गिरिजा पटेल, गायत्री जोगी, हिमकल्याणी सिन्हा, चंदा सिन्हा, घनश्याम देवांगन, निखिल तिवारी, सहित अनेकों उनके शुभचिंतकों ने सराहना की है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story