ढोलकल पर मलखंब : 3 हजार फीट ऊंची पहाड़ी में बच्चों ने दिखाए करतब 

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मलखंभ प्रदर्शन करते हुए अबूझमाड़ के बच्चे
अबूझमाड़ के बच्चों ने इतिहास रचते हुए तीन हजार फीट ऊंची बैलाडिला की पहाड़ी में ढोलकल गणेश की प्रतिमा के सामने मलखंब का प्रदर्शन किया।

इमरान खान- नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ की प्रतिभाओं ने नया कीर्तिमान रच दिया है। यहां के मलखंब एकेडमी के बच्चों ने ढोलकल गणेश की प्रतिमा के पास हैरतअंगेज मलखंब का प्रदर्शन किया। टीम के होनहारों ने तीन हजार फीट ऊंची बैलाडिला की पहाड़ी में प्रदर्शन कर साबित कर दिया की कोई भी काम कठिन नहीं है।

वहीं गणेश भगवान की मूर्ति के पास किया गया स्टंट सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं। सभी बच्चे नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले के पहुंचविहीन गांव के है।

वहीं बीते महीने सीएम विष्णु देव साय ने अबुझमाड़ मलखम्ब अकादमी नारायणपुर अकादमी के खिलाड़ी बच्चों से भेंट की थी। सीएम श्री साय ने बच्चों से मुलाकात कर उनकी सराहना की और कहा था कि, यह नन्हें कदमों की एक ऊंची उड़ान है। सीएम साय ने आगे कहा कि, मलखम्ब जैसे कठिन विधा में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ का नाम देश-दुनिया में रोशन किया है।

इंडिया गॉट टैलेंट में लिया था भाग

सीएम साय को बच्चों ने बताया था कि, अक्टूबर 2023 में आयोजित इंडिया गॉट टैलेंट‘ सीजन में देश के लगभग 200 टीमों को पछाड़कर उनकी टीम विजय प्राप्त कर चुकी है। आगामी समय में अमेरिकाज गॉट टैलेंट, बिट्रेन गॉट टैलेंट, जर्मन गॉट टैलेंट एवं कनाडियन गॉट टैलेंट आदि प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में भी भाग लेने की तैयारी कर रही है। इसकी तैयारी नियमित तौर पर की जा रही है और हमें पूरी उम्मीद है कि, इन प्रतियोगिताओं में भी वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।

पूरे देश में भी हुई मलखंभ की सराहना

इंडिया गॉट टैलेंट‘ के विजेता खिलाड़ी बच्चों ने बताया कि, इंडिया गॉट टैलेंट‘ में देश के कला जगत के प्रतिष्ठित लोगों के सामने अपनी प्रतिभा प्रदर्शन का सुनहरा अवसर मिला। साथ ही मलखम्ब जैसे कठिन विधा के बारे में जाना और हमारी टीम की लगातार हौसला अफजाई करने के साथ ही खूब सराहना भी की गई है।

नारायणपुर के हाई स्कूल में 2017 से संचालित है मलखंभ

आपको बता दें कि, अबूझमाड़ मलखम्ब अकादमी नारायणपुर के हाई स्कूल खेल मैदान में 2017 से स्थापित एवं संचालित है। इसमें नारायणपुर जिले के सुदूर वन क्षेत्रों के (अधिकांश अबुझमाड़) के गरीब आदिवासी बच्चे मलखम्ब खेल का प्रशिक्षण लेते हैं। वर्तमान अवधि में यहाँ प्रशिक्षणरत प्रशिक्षणार्थी नारायणपुर के विभिन्न स्कूल/आश्रमों में अध्ययनरत है, जो पार्ट-टाईम अकादमी आकर मलखम्ब खेल का प्रशिक्षण लेकर प्रदेश, राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अद्यतन स्थिति में कुल 412 मेडल प्राप्त कर न केवल जिला, प्रदेश एवं राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को गौरवान्वित किया है।

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