हरिनाम संकीर्तन में शामिल हुए सीएम : नक्सलियों की बड़ी घेराबंदी पर बोले- गोली-हिंसा का मार्ग छोड़कर विकास से जुड़ें नक्सली

जशपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर क्षेत्र के बगीचा में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एक दिवसीय प्रवास पर पहुंचे। जहां उन्होंने यादव समाज द्वारा आयोजित हरि नाम संकीर्तन में शिरकत की। यहां पत्रकारों ने सीएम साय से नक्सल समस्या पर सवाल किया की क्या छत्तीसगढ़ तेलंगाना सीमा पर नक्सलियों के विरुद्ध चल रहे ऑपरेशन पर नक्सली बौखला गए हैं और उन्होंने शांति वार्ता की अपील की है। शांति वार्ता के सवाल पर सीएम विष्णुदेव साय ने साफ शब्दों में कहा है कि छत्तीसगढ़ में जब से हम सरकार में आए है, उनके लिए दरवाजा खुला रखे हैं। उनको बार-बार बोला गया है कि आप लोग गोली और हिंसा की भाषा को छोड़िए और विकास से जुड़िए और मुख्यधारा में आइए। कुछ लोग आए भी अब सरकार उनके साथ अच्छा व्यवहार करेगी, न्याय करेगी, अच्छा पुनर्वास करेगी। बहुत लोग उसपर विश्वास भी किए है पर आज जो लोग नहीं मानेंगे जिनको गोलीबारी की भाषा ही समझ में आएगी सरकार उस हिसाब से भी निपटने के लिए तैयार है।
पिछले पंद्रह महीने में हमारे जवान नक्सलवाद के खिलाफ बहुत अच्छे से लड़ रहे हैं, जिसमें अच्छी सफलता भी मिल रही है। माननीय गृहमंत्री का संकल्प भी है की आने वाले 31 मार्च 2026 तक पूरे देश से नासूर इस नक्सलवाद को समाप्त कर दिया जाएगा।
जशपुर में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय एक दिवसीय प्रवास पर रहे। यहां उन्होंने बताया की अगर नक्सली शांति वार्ता करना चाहते है तो हम उनके साथ न्याय और अच्छा पुनर्वास करेंगे. @JashpurDist @vishnudsai #Chhattisgarh @ChhattisgarhCMO #naxalites #naxalism #naxal pic.twitter.com/zLpAcG6Dml
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) April 25, 2025
नक्सलियों ने किया प्रेस नोट जारी
नक्सलियों ने प्रेस नोट में लिखा की सभी लोग चाहते हैं कि इस समस्या का समाधान शांति वार्ता से हो, शांति वार्ता के लिए हमारी पार्टी तैयार है। नक्सलियों के नोट में इस बात का जिक्र भी था की केंद्रीय कमेटी ने भी शांति वार्ता को लेकर पत्र जारी किए थे। साथ ही उन्होंने लिखा की विश्वास की कमी को दूर करने के लिए हमारा प्रयास जारी है लेकिन सरकार की मंशा हमें अलग नजर आ रही है। शांति वार्ता के जरिए समस्या हल होने की संभावना रहने के बाद भी सरकार हिंसा के से समस्या का समाधान करने का प्रयास कर रही है। यही वजह है, की बीजापुर-तेलंगाना सीमा पर एक बड़े सैन्य अभियान को लॉन्च किया गया है।