बिजली उत्पादन में हम नंबर वन : निजी क्षेत्र बना रहा 13 हजार मेगावाट से ज्यादा बिजली, महाराष्ट्र-गुजरात भी हमसे पीछे 

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बिजली उत्पादन में छत्तीसगढ़ नंबर वन
छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी की उत्पादन क्षमता तीन हजार मेगावाट के आस-पास है, लेकिन निजी क्षेत्र में थर्मल संयंत्रों से छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा 13 हजार मेगावाट से भी ज्यादा बिजली पैदा होती है। 

रायपुर। छत्तीसगढ़ को बिजली उत्पादन के मामले में देश में नंबर वन है। हालांकि यह उत्पादन निजी कंपनियां कर रही हैं। छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी की उत्पादन क्षमता तीन हजार मेगावाट के आस-पास है, लेकिन निजी क्षेत्र में थर्मल संयंत्रों से छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा 13 हजार मेगावाट से भी ज्यादा बिजली पैदा होती है। अडानी ग्रुप भी अब करीब पांच हजार मेगावाट बिजली पैदा करने की तैयारी में है। उत्पादन क्षमता के आधार पर छत्तीसगढ़ निजी क्षेत्र में बिजली उत्पादन के मामले में देश में नंबर वन है। महाराष्ट्र और गुजरात जैसे राज्यों में भी निजी क्षेत्र में अपने राज्य से कम बिजली पैदा होती है।

छत्तीसगढ़ को देश में बिजली के मामले में अव्वल माना जाता है। यहां पर बिजली की कटौती बहुत कम होती है। उपभोक्ताओं को लगातार बिजली मिलती है। यहां पर उपभोक्ताओं की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। इस समय प्रदेश में 65 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता हैं। यहां पर उद्योगों को भी लगातार बिजली मिलती है। बहुत कम मौकों पर उद्योगों की बिजली कट होती है।

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निजी क्षेत्र में और संभावना

प्रदेश में इस समय भाजपा की सरकार है। इसके पहले भी प्रदेश में भाजपा सरकार के समय निजी उत्पादकों से यहां पर बिजली उत्पादन के लिए कई एमओयू हुए थे। अब भाजपा सरकार में एक बार फिर से निजी उत्पादकों के प्रदेश में बिजली संयंत्र लगाने की संभावना बढ़ गई है। अदाणी ग्रुप के आने के बाद अब और कई ग्रुप यहां पर अपने संयंत्र लगा सकते हैं।

पॉवर कंपनी की क्षमता कम

छत्तीसगढ़ राज्य पॉवर कंपनी की उत्पादन क्षमता 2960 मेगावाट है। वैसे बिजली की खपत प्रदेश में अब छह हजार मेगावाट से ज्यादा है। बिजली की पूर्ति करने के लिए पॉवर कंपनी सेंट्रल सेक्टर से बिजली लेती है। इसी के साथ प्रदेश के निजी उत्पादक जो बिजली पैदा करते हैं, उसमें से पांच फीसदी बिजली लागत मूल्य पर भी देने का प्रावधान है। पॉवर कंपनी भी अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए काम कर रही है। करीब 14 हजार मेगावाट की नई योजनाओं पर काम चल रहा है। कोरबा में 660 मेगावाट के दो संयंत्रों लगने हैं। इस पर इसी साल से काम प्रारंभ हो जाएगा।

छत्तीसगढ़ में 24 हजार मेगावाट का उत्पादन

छत्तीसगढ़ थर्मल संयंत्रों से देश के कुल बिजली उत्पादन के मामले में दूसरा बड़ा राज्य है। यहां राज्य, निजी एवं सेंट्रल सेक्टर से कुल करीब 24 हजार मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। इसमें राज्य सरकार के विद्युत संयंत्रों की क्षमता 2960 मेगावाट है। सेंट्रल सेक्टर के संयंत्रों से 7680 मेगावाट बिजली का उत्पादन हो रहा है। जबकि निजी सेक्टर की बिजली उत्पादन क्षमता 13168 मेगावाट है।

16 सौ मेगावाट के तीन संयंत्र अदाणी के

निजी क्षेत्र में अब अदाणी ग्रुप भी करीब पांच हजार मेगावाट के प्लांट तैयार करने में लगा है। खरोरा, कोरबा और रायगढ़ में अडानी ग्रुप के प्लांट हैं। इनमें 16-16 सौ मेगावाट के प्लांट लगाए जा रहे हैं। इससे 48 सौ मेगावाट बिजली का उत्पादन होगा। खरोरा में पहले जो जीएमआर का प्लांट था, उसका अदाणी ग्रुप ले लिया है

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