छत्तीसगढ़ विधानसभा : कांग्रेस विधायकों की कम उपस्थिति पर चंद्राकर-मूणत के तंज, बोले- सभी युवराज के स्वागत में लगे हैं

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सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी विधायकों की कम मौजूदगी पर वरिष्ठ अजय चंद्राकर ने तंज कसा।
छत्तीसगढ़ विधानसभ का बजट सत्र चल रहा है। सोमवार को विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान कई गंभीर सवाल पूछे।

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है। सोमवार को सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्षी विधायकों की कम मौजूदगी पर वरिष्ठ अजय चंद्राकर ने तंज कसा। उन्होंने कहा- पूरा विपक्ष न्याय यात्रा में जुटा है। सदन की चिंता करनी छोड़ पूरी पार्टी यात्रा पर निकली है।

श्री चंद्राकर का साथ देते हुए भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कहा- पूरी पार्टी युवराज के स्वागत में लगी है। भूपेश बघेल का नाम हटाकर अपना नाम लिखने की होड़ मची है। इसके बाद अजय चंद्राकर ने कहा- यात्रा पर भी विपक्ष स्थगन ले आए। इस पर कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने कहा- सदन की कार्रवाई के लिए हम मौजूद हैं।

विकास प्राधिकरणों के काम पर लखमा-नेताम में तीखी बहस

बस्तर, सरगुजा और मध्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण के कामों को लेकर सदन में कांग्रेस विधायक कवासी लखमा और मंत्री रामविचार नेताम के बीच तीखी बहस हो गई। कवासी लखमा ने कहा- जो बगैर काम किए पैसा खाया उसको जेल भेजो। अगर मेरा बेटा भी गलत करता है तो उसको भी जेल भेजो। चाहे किसी भी पार्टी का हो, जो गलत करता है उसे जेल भेजो।

प्रयास विद्यालयों की अनदेखी हुई

BJP विधायक मोतीलाल साहू ने प्रश्नकाल के दौरान प्रयास विद्यालय का मुद्दा उठाया। मोतीलाल साहू ने प्रयास विद्यालय में भ्रष्टाचार की आशंका जताई। इस पर मंत्री रामविचार नेताम ने जवाब देते हुए कहा कि, 2018 के बाद से प्रयास विद्यालय के परिणाम में गिरावट आई है। पढ़ाई के नाम पर प्रयास स्कूलों में बोगस काम होता रहा। उन्होंने कहा कि, वहां न तो खेल की सुविधा थी, न पढ़ाई की अच्छी सुविधा। इस वर्ग के बच्चों की बेहतर शिक्षा की हम व्यवस्था करेंगे।

बालाको संयंत्र से फ्लाई एश उत्सर्जन पर सवाल

प्रश्नकाल के दौरान, बाल्को संयंत्र कोरबा में फ्लाई ऐश उत्सर्जन का मुद्दा भी उठाया गया। वरिष्ठ भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक के स्थान पर अजय चंद्राकर ने सवाल पूछते हुए कहा कि, जनवरी 2022 से नवंबर 2023 तक कितने फ्लाई ऐश का उत्सर्जन किया गया। कितनी बार निरीक्षण किया गया, कितनी पेनाल्टी ली गई। इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब में बताया कि, कई स्थानों का निरीक्षण किया गया है, प्रति टन के हिसाब से पेनाल्टी ली गई है। पेनाल्टी कम न हो, यह सुनिश्चित करेंगे। आगे निरीक्षण को भी बढ़ाया जाएगा।

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