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Ayodhya Ram Mandir Vishesh:अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के पवन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से हरिभूमि और INH न्यूज़ के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी की खास बातचीत। 

Ayodhya Ram Mandir Special: अयोध्या में सोमवार को विधि-विधान के साथ अभिजीत मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की। इस दौरान देश के कोने-कोने में मंदिरों में भी पूजा-अर्चना की गई। देशभर में प्राण प्रतिष्ठा का जबरदस्त उत्साह देखा गया। लोगों ने अपने शहर या नजदीकी मंदिरों में जाकर पूजा-पाठ की। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इस पवन अवसर में राजधानी रायपुर के राम-दरबार मंदिर पहुंचे। यहां मुख्यमंत्री साय ने गौ माता की पूजा-अर्चना की। इसके बाद सीएम साय शिवरीनारायण धाम पहुंचे। उन्होंने माता शबरी के दर्शन किए। इस पवन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से हरिभूमि और INH न्यूज़ के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी की खास बातचीत। 

अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सीएम साय का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू यहां देखें 

छत्तीसगढ़ में दोगुना उत्साह 
सीएम साय ने शिवरीनारायण में कहा कि वनवास के दौरान सबसे अधिक समय तक भगवान राम छत्तीसगढ़ में रहे। भगवान राम का छत्तीसगढ़ से बहुत गहरा संबंध है। यह माता कौशल्या की यह धरती है और भगवान राम का ननिहाल, प्राण प्रतिष्ठा को लेकर छत्तीसगढ़ की जनता में दोगुना उत्साह है। 

सीएम विष्णुदेव साय ने आगे कहा कि आज का दिन पूरे भारत देश के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लिए गौरव का दिन है। वनवास काल के दौरान माता शबरी ने भगवान को बेर खिलाए थे।  माता शबरी आदिवासी थीं।  हम आदिवासी समाज से आते हैं। इसलिए शिवरीनारायण धाम जाकर माथा टेका। उन्होंने कहा कि वनवास के दौरान भगवान राम ने वनवासियों को गले लगाया था। 

बचपन का किस्सा सुनाया
इस अवसर पर सीएम ने बचपन की यादों को ताजा किया। उन्होंने कहा कि बचपन में मेरे पिताजी का नाम रामप्रसाद था। पिताजी राम भगवान की नियमित पूजा करते थे। वे भगवान हनुमान के परम भक्त थे। उनकी भगवान के प्रति आस्था देख कर पला बढ़ा हूं। भगवान राम के प्रति बचपन से निष्ठा रही है। हमारा पूरा परिवार राम भक्त है।

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