टेरर फंडिंग केस: NIA का श्रीनगर, बांदीपोरा और बेंगलुरु के 10 ठिकानों पर रेड
टेरर फंडिंग केस: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने श्रीनगर, बांदीपोरा और बेंगलुरु के 10 ठिकानों पर छापेमारी की है। जिसमें कई बड़े कार्यालय शामिल हैं।

NIA का श्रीनगर, बांदीपोरा और बेंगलुरु के 10 ठिकानों पर रेड
टेरर फंडिंग केस: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग केस में एक बड़ी कार्रवाई की है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने जम्मू-कश्मीर के दस स्थानों पर छापेमारी की है। जिसमें श्रीनगर के 9 और बांदीपोरा के एक स्थानों पर छापेमारी की गई है।
इसके अलावा बेंगलुरु के भी एक स्थान पर छापा मारा गया है। श्रीनगर, बांदीपोरा और बेंगलुरु के 10 ठिकानो पर छापेमारी की है। जिसमें खुर्रम परवेज, एनजीओ एथ्राउट और ग्रेटर कश्मीर ट्रस्ट के कार्यालय शामिल हैं।
National Investigation Agency (NIA) raids multiple locations in Srinagar, Bandipora and Bangalore including residence of Khurram Parvaiz, offices of NGO Athrout and Greater Kashmir Trust.
— ANI (@ANI) October 28, 2020
सूत्रों के मुताबिक, देश में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए NGO के जरिए विदेशों से फंडिंग किया जा रहा था। इस फंड के तहत कश्मीर घाटी में कई युवकों को पैसे की लालच देकर आतंकी बनाने का काम चल रहा था। इसमें पत्रकार, गैर सरकारी संगठन आदि शामिल है।
एनजीओ के जरिए कश्मीर में टेरर फंडिंग और अलगाववादी गतिविधियों के लिए भारी मात्रा में देश विदेश से फंडिंग हो रहा था। इसके अलावा देश-विदेशों से बिजनेस, धार्मिक कार्यो और दूसरे सामाजिक कार्य के नाम पर फंड एकत्रित कर देश में आतंक को बढ़ावा देने का काम किया जा रहा था।
इससे पहले एनजीओ पर गृह मंत्रालय का एफसीआरए डिपार्टमेंट कार्रवाई किया करता था। लेकिन अब एनजीओ पर एनआईए का सख्त कार्रवाई हो रही है। एक मी़डिया रिपोर्ट के मुताबिक, NIA करीब 8 NGO के तमाम दस्तावेज खंगाल रही है।
NIA सूत्रों के मुताबिक, 26/11 के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के NGO फलह ए इंसानियत (FIF) के जरिये जम्मू कश्मीर में काफी पैसे मिले। जिसके माध्यम से जम्मू कश्मीर के रहने वाले लोगों ने कई शहरों में प्रॉपर्टीज खरीदी है। फिलहाल इन पर भी NIA की निगरानी बनी हुई है।