विदेश मंत्री जयशंकर गुयाना दौरे पर, India-Caricom बैठक में रखे तमाम प्रस्ताव
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को गुयाना (Guyana) पहुंचे हैं। यहां उन्होंने जमैका के विदेश मंत्री कामिना जॉनसन स्मिथ के साथ चौथी भारत-कैरीकॉम (India-Caricom) मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता भी की है। इस दौरान कई मुद्दों पर भी चर्चा हुई है।

विदेश मंत्री एस जयशंकर।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) तीन दिवसीय दौरे पर शुक्रवार को गुयाना (Guyana) पहुंचे हैं। यहां उन्होंने जमैका के विदेश मंत्री कामिना जॉनसन स्मिथ के साथ चौथी भारत-कैरीकॉम (India-Caricom) मंत्रिस्तरीय बैठक की सह-अध्यक्षता भी की है। इस दौरान एस जयशंकर ने कहा कि कोविड, जलवायु परिवर्तन की बढ़ती समस्याएं, व्यापार, खाद्य और ऊर्जा की सुरक्षा इस समय ऐसे मुद्दें है, जिन पर हमारे लिए चर्चा करना बहुत जरूरी है।
जी-20 की अध्यक्षता पर बोले जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर (S.Jaishankar) ने भारत-कैरीकॉम (India-Caricom) मंत्रिस्तरीय बैठक में कहा कि इस बार भारत को जी 20 (G-20) की अध्यक्षता का करने का मौका मिला है। उन्होंने आगे कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस बात पर ज्यादा जोर दिया है कि हम न केवल अपने लिए बल्कि विभिन्न देशों के मुद्दों को भी सामने रखेंगे जो जी 20 सम्मेलन का हिस्सा नहीं हैं। जयशंकर ने कहा कि इस तरह के देशों को हम वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ प्रक्रिया कहते हैं।
"Energy, renewable energy particularly, is our collective interest," Jaishankar at 4th CARICOM-India meeting
— ANI Digital (@ani_digital) April 22, 2023
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उद्यमों के मुद्दे पर भी जयशंकर ने रखे विचार
इस मंत्रिस्तरीय बैठक में जयशंकर ने कैरेबियन में छोटे और इससे ऊपर के दर्जे के उद्योंगों के लिए एक प्रस्ताव रखा और कहा कि भारत में इस तरह के उद्योगों के लिए एक भागीदार बनाया जा सकता है।
स्वास्थय सुरक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला
भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) ने स्वास्थय के क्षेत्र पर महत्व डालते हुए कहा कि कोरोना (Corona) जैसी वैश्विक महामारी ने विश्व में हालात को बहुत खराब कर दिया था। लोगों के सामने स्वास्थय के क्षेत्र में बहुत सारी परेशानियों को खड़ा कर दिया था। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के मामले में अभी वैश्विक स्तर पर बहुत काम करने की जरूरत है। भारत में जेनरिक दवाएं कम लागत में उपलब्ध हैं। साथ ही, उन्होंने वैश्विक स्तर के नेताओं को कहा कि अगर आप सभी चाहें तो हम आपके लोगों के लिए कम लागत वाली जेनरिक उपलब्ध कराने के लिए एक प्रणाली बना रहे हैं। हम इसके लिए एक क्षेत्रीय केंद्र बनाना चाहते हैं।

pushpendra
पत्रकारिता मेरे लिए करियर के साथ-साथ जुनून भी है। मैंने दिल्ली विश्वविद्यालय से BJMC की है। साथ ही कुछ समय तक NDTV के लिए बतौर इंटर्न काम किया है। बीते करीब 8 महीने से हरिभूमि में सब एडिटर के पद पर कार्यरत हूं। यहां मैं नेशनल बीट पर काम करता हूं। मुझे पढ़ना और दोस्तों के साथ समय बिताना अच्छा लगता है।