इंटरनेशनल गैंगवार: अमेरिका में ड्रग माफिया सुनील यादव की हत्या, लॉरेंस गैंग ने ली जिम्मेदारी, जानें पूरी कहानी

Drug mafia Sunil Yadav murder Case, Lawrence Bishnoi gang took responsibility, know the whole story
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Sunil Yadav Murder Case: पढें कैसे लॉरेंस गैंग से पंगा लेना एक पंजाबी ड्रग माफिया को पड़ी भारी।
Sunil Yadav Murder Case: पंजाब के ड्रग माफिया सुनील यादव की अमेरिका में हत्या कर दी गई है। लॉरेंस गैंग से जुड़े गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। जानें हत्या के पीछे की वजह और क्या है गैंग्स ऑफ पंजाब एंड हरियाणा का इंटरनेशनल कनेक्शन।

Sunil Yadav Murder Case: गैंग्स ऑफ पंजाब एंड हरियाणा का गैंगवार अब पंजाब की सरहद पार कर इंटरनेशनल हो चुका है। फिर इसकी एक बानगी देखने को मिली है। पंजाब के ड्रग माफिया सुनील यादव का मंगलवार को अमेरिका के कैलिफोर्निया में मर्डर हो गया। हत्या कैलिफोर्निया के स्टॉकटाउन टाउन के एक घर में हुआ। लेकिन, चंद घंटे भी नहीं बीतेऔर पंजाब और हरियाणा के क्राइम वर्ल्ड के दो खूंखार गैंगस्टर ने इसकी जिम्मेदारी ले ली। अपने पुराने अंदाज में लॉरेंस गैंग गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट कर खुलेआम यह कबूल किया कि हमने ही सुनील यादव का मर्डर कराया है।

गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने पोस्ट कर क्या कहा?
गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा की पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें गैंगस्टर ने कहा कि यह हत्या हमारे 'भाई' अंकित भादू की मौत का बदला है। दोनों गैंगस्टर ने इस हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए सुनील यादव के साथ ही पंजाब पुलिस पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। गैंगस्टर ने अपनी पोस्ट में कहा है कि सुनील यादव पंजाब पुलिस के साथ मिलकर ड्रग्स का रैकेट चलाता था। पंजाब के युवाओं को नशे का आदि बनाने में इसकी बड़ी भूमिका थी। इसके साथ ही रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ ने धमकी दी है कि अंकित भादू की हत्या में जो भी शामिल होगा, उसका हिसाब-किताब किया जाएगा। चाहे दुनिया के किसी भी कोने में क्यों ना चले जाए, उसे छोड़ा नहीं जाएगा।

यहां पढें गोल्डी बरार का सोशल मीडिया पोस्ट:

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Sunil Yadav Murder Case

सुनील यादव अमेरिका क्यों भागा था‍?
बता दें कि सुनील यादव का नाम भारत के बड़े ड्रग तस्करों में आता था। सुनील यादव करीब दो साल पहले फर्जी पासपोर्ट के जरिए अमेरिका भाग गया था। सुनील यादव पाकिस्तान के रास्ते ड्रग की स्मगलिंग करता था। इस ड्रग्स को पंजाब और हरियाणा में खपाता था। भारत में एक ओर पुलिस का दबाव बढ़ रहा था, वहीं दूसरी ओर लॉरेंस गैंग इसके पीछे हाथ धोकर पड़ा था। यही वजह है कि सुनील यादव अमेरिका भाग गया था। सुनील यादव पहले दुबई गया, इसके बाद फर्जी पासपोर्ट का सहारा लेकर अमेरिका भाग गया था।

सुनील यादव के पीछे हाथ धोकर क्यों पड़ा था लाॅरेंस गैंग?
सुनील यादव के मर्डर के तार पंजाब में हुआ लॉरेंस गैंग से जुड़े बदमाश अंकित भादू के एनकाउंटर से जुड़ रहे हैं। गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने अपनी पोस्ट में है ड्रग माफिया सुनील यादव का मर्डर कराने का पूरा मकसद बताया है। पोस्ट में दोनों गैंगस्टर ने दावा किय है कि सुनील यादव पंजाब पुलिस का मुखबिर था। वह गैंग से जुड़े लोगों के बारे में सीक्रेट बातें पुलिस तक पहुंचाया करता था। सुनील यादव ने पंजाब पुलिस के साथ मिलकर हमारे साथी अंकित भादू का एनकाउंटर करवाया था। सुनील यादव की हत्या के बाद हमने अंकित भादू की हत्या का बदला ले लिया है। दोनों गैंगस्टर ने यह भी बताया है कि स्टॉकटॉन के हाउस नंबर 6706 माउंट एलबर्स व्हाई में सुनील यादव की हत्या की गई है।

पाकिस्तान ड्रग नेटवर्क का बड़ा मोहरा था सुनील यादव
सुनील यादव पाकिस्तान से ड्रग्स की बड़ी खेपें हिंदुस्तान मंगवाने के लिए कुख्यात था। वह पाकिस्तान के ड्रग्स नेटवर्क का एक बड़ा प्यादा माना जाता था। 300 करोड़ रुपए के ड्रग कंसाइनमेंट में उसका नाम सामने आया था। सुनील यादव ने दुबई और अमेरिका में बड़े स्तर पर ड्रग रैकेट चलाए। करीब दो साल पहले उसने दिल्ली से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर अमेरिका की राह पकड़ी। इस पासपोर्ट पर उसका नाम 'राहुल' लिखा था। अमेरिका पहुंचने के बाद भी वह अपने नेटवर्क को भारत में ऑपरेट कर रहा था। लॉरेंस गैंग ने दावा किया है कि सुनील यादव अक्सर यह कहा करता था कि इंटेलिजेंस उसका कुछ नहीं बिगाड़ सकता, क्योंकि वह खुद इंटेलिजेंस से जुड़ा हुआ है।

एक समय लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ था सुनील यादव
सुनील यादव किसी जमाने में लॉरेंश बिश्नोई गैंग का ही हिस्सा था। इस गैंग का नाम भारत के कई हाई-प्रोफाइल अपराधों में सामने आता रहा है। अमेरिका में रहते हुए भी यादव लॉरेंस गैंग के संपर्क में था। गैंग का दावा है कि यादव ने अपने निजी फायदे के लिए पंजाब पुलिस को कई अहम जानकारियां दीं। इसकी वजह से लॉरेंस गैंग के गुर्गों को नुकसान हुआ। गैंग से जुड़े कई गुर्गों को पंजाब पुलिस ने एनकाउंटर में मार गया। ड्रग माफिया सुनील यादव की हत्या गैंग और पुलिस के बीच की उस गहरी रंजिश का नतीजा है, जो लंबे समय से चल रही है।

स्टॉकटॉन पुलिस ने सुनील यादव हत्याकांड पर क्या कहा?
स्टॉकटॉन पुलिस ने सुनील यादव की हत्या को लेकर बयान जारी किया है। पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की सूचना के बाद जब पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे तो एक शख्स वहां पर मरा पड़ा था। अमेरिकी अफसरों के मुताबिक गोली लगने से घायल शख्स को मृत घोषित कर दिया गया। अभी तक किसी संदिग्ध की पहचान नहीं हो पाई है। हालांकि, सोशल मीडिया पोस्ट में गैंगस्टर रोहित गोदारा और गोल्डी बराड़ के इस हत्या की जिम्मेदारी लेने के बाद अमेरिकी पुलिस इस एंगल से भी जांच में जुट गई है।

सुनील यादव के खिलाफ जारी हुआ था रेड कॉर्नर नोटिस
राजस्थान पुलिस ने हाल ही में सुनील यादव के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया था। वह गंगानगर में पंकज सोनी मर्डर केस में गिरफ्तार हुआ था। दुबई की एजेंसियों की मदद से उसके एक साथी को भी हिरासत में लिया गया था। सुनील यादव पर राजस्थान में कई आपराधिक मामले दर्ज थे। उसका नेटवर्क राजस्थान से लेकर पंजाब और फिर दुबई और अमेरिका तक फैला हुआ था।

सुनील यादव के मारे जाने के बाद अब आगे क्या होगा?
सुनील यादव की मौत के बाद अब पंजाब और राजस्थान में ड्रग तस्करी नेटवर्क के खिलाफ पुलिस की मुहिम और तेज होने की उम्मीद है। पुलिस और जांच एजेंसिया यह जांच करने में जुट गई हैं कि अमेरिका में सुनील यादव का ड्रग नेटवर्क कितना फैला हुआ था। इस मर्डर केस के बाद यह भी साफ हो गया है कि लॉरेंस गैंग सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि अमेरिका जैसे देशों में भी एक्टिव है और क्रिमिनल एक्टिटी में लिप्त है।

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