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BRS leader K Kavitha attacked Congress Rahul Gandhi: सांसद दयानिधि मारन का 2019 का एक वीडियो हाल ही में सामने आया। जिसमें वे उत्तर प्रदेश और बिहार के हिंदी भाषियों के तमिलनाडु आने पर विवादित बयान दे रहे हैं।

BRS leader K Kavitha attacked Congress Rahul Gandhi: तमिलनाडु में सत्तारूढ़ पार्टी के सांसद दयानिधि मारन के हिंदी भाषी वाले विवादित बयान पर हंगामा जारी है। सोमवार को बीआरएस नेता के. कविता ने कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को खुली चुनौती दी। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा महज पीआर स्टंट है। राहुल गांधी को साबित करना चाहिए कि वे हिंदुओं और हिंदी भाषी राज्यों के खिलाफ नहीं हैं। कविता ने डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म पर की गई टिप्पणी पर भी जवाब मांगा। बता दें कि कांग्रेस और डीएमके विपक्षी दलों के INDIA ब्लॉक का हिस्सा है। 

डीएमके INDIA गठबंधन का हिस्सा, कांग्रेस कर रही अगुवाई
बीआरएस नेता के कविता ने कहा कि डीएमके सांसद दयानिधि का बयान हमारे देश के ताने-बाने को बिगाड़ने वाले हैं। उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि डीएमके किस गठबंधन का हिस्सा है? यह इंडिया ब्लॉक का हिस्सा, जिसका नेतृत्व राहुल गांधी की कांग्रेस कर रही है। राहुल गांधी लगातार भारत जोड़ो यात्रा के बारे में बयान देते रहे कि उन्होंने देश को एकजुट किया। भारत जोड़ो एक पीआर स्टंट है। क्योंकि उन्हें तब विरोध में खड़ा होना चाहिए था, बोलना चाहिए था, जब सनातन धर्म पर टिप्पणी की गई थी। उस वक्त हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई गई। 

वोट हासिल करने के लिए नेता दे रहे बयान
कविता ने कहा कि नेता कुछ वर्गों से कुछ वोट हासिल करने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं। यह देश को उन तरीकों से विभाजित करेगा जिनकी हम कल्पना नहीं कर सकते। अगर राहुल गांधी ने सनातन धर्म विवाद पर प्रतिक्रिया दी होती, तो वहीं मामला खत्म हो जाता। इन बयानों को हल्के में नहीं लिया जाना चाहिए। 

कविता ने राहुल गांधी का नाम लेकर कहा कि आप अब लोगों को जवाब देना शुरू क्यों नहीं करते? आपको खड़ा होना चाहिए, एक बयान देना चाहिए और देश को स्पष्ट करना चाहिए कि आप हिंदुओं, मजदूरों या हिंदी भाषी राज्यों के खिलाफ नहीं हैं।

दयानिधि ने कही थी ये बात
दरअसल, सांसद दयानिधि मारन का 2019 का एक वीडियो हाल ही में सामने आया। जिसमें वे उत्तर प्रदेश और बिहार के हिंदी भाषियों के तमिलनाडु आने पर विवादित बयान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी-बिहार के लोग तमिलनाडु में सड़क और टॉयलेट साफ करने आते हैं। क्योंकि उन्हें अंग्रेजी नहीं आती है। अंग्रेजी जानने वाले आईटी कंपनियों में नौकरी करते हैं। 

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