चेहरे को दमकाने में बेहद कारगर है ''कनेर'' का फूल
ये सफेद और लाल फूल की किस्मों में पाया जाता है।

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haribhoomi.comCreated On: 17 Feb 2017 12:00 AM GMT
नई दिल्ली. गंगा के मैदानी इलाके में पाया जाने वाला पीले रंग और दूधिया रस के साथ उगने वाला कनेर का फूल बेहद उयोगी है। लेकिन यदि आपको इसकी खूबियां नहीं पता होंगी तो आप इससे होने वाले कई फायदों से वंचित रह जाएंगे।
ये सफेद और लाल फूल की किस्मों में पाया जाता है। सफेद और लाल रंग के फूलो में समान गुण होते है। किसी-किसी जगह पर इसके पीले रंग के फूल की किस्म भी पाई जाती है। पीले कनेर के पौधे के पत्ते हरे चिकने चमकीले और छोटे होते है। लेकिन लाल कनेर और सफेद कनेर के पौधे के पत्ते रूखे होते है। आइए जानते हैं इसके अन्य लाभ -
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- खाने के इसकी जड़ की छाल का 100-200 मिलीग्राम पीसकर पानी के साथ या सुखा लें, इसको लेने से बार- बार पेशाब आता है जिसके कारण दिल का दर्द दूर हो जाता है, इसके सेवन से हृदय संबंधित अन्य विकार भी दूर हो जाते हैं।
- उत्तर भारत में कई लोग टूथब्रश के रूप में नीम की टहनियां या कुछ अन्य पौधों की पतली शाखाओं का उपयोग करन पसंद करते है, सफेद कनेर की शाखा दांत ब्रश करने के लिए इस्तेमाल की जा सकती है, इसका उपयोग करने से दांतो में खून आने की समस्या ठीक होती है और दांत मजबूत बनते हैं।
- कांजी जोकि गाजर और चुकंदर से बनाई जाती है, इसका इस्तेमाल भारत में अक्सर त्योहारों पर किया जाता है। इसके अलावा इसमें करौंदे के साथ कनेर के फूल पीसकर इसका लेप बना लें। माथे पर इस लेप को लगाने से बहुत राहत मिलती है।
- इसके अलावा चेहरे की सुंदरता निखारने में भी बेहद कारगर है। सफेद कनेर या ओलियंडर के फूल पीस लें और इसे चेहरे पर लगाए, इसका उपयोग करने से त्वचा के रंग में सुधार आता है और चेहरा चमकदार बनता है।
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