Logo
election banner
मत्स्यासन एक ऐसा आसन है, जिसका नियमित अभ्यास करने से न केवल आप कई रोगों से बचे रहते हैं, साथ ही इससे आपके चेहरे पर एक चमक भी आती है। जानिए इस आसन को करने का तरीका और इसके फायदे।

Matsyasana Yoga easy Steps And Benefits: इस दोड़ती-भागती दिनचर्चा में अक्सर लोग खुद की सेहत का खयाल रखने के लिए टाइम नहीं निकाल पाते हैं। सही खान-पान और नियमित रूप से एक्सरसाइज़ करने से आपकी सेहत अच्छी बनी रह सकती है। इसके अलावा योग करना भी शरीर के लिए फायदेमंद होता है। अगर आप शरीर और त्वचा की देखभाल के लिए ज्यादा समय नहीं निकाल पाते हैं तो हम आपको बताने जा रहे हैं एक योगासन जिसका नाम है मत्स्यासन।

शरीर के लिए फायदेमंद है मत्स्यासन
नियमित रूप से मत्स्यासन करने से छाती और फेफड़ों का विकास होता है। रक्त संचार बेहतर होता है। पेट की चर्बी घटती है, गर्दन और छाती में खिंचाव पैदा होता है, जिससे ये मांसपेशियां तनावमुक्त रहती हैं। मत्स्यासन करने से सांस से जुड़ी समस्याओं का समाधान होता है। शरीर को जब इतने सारे फायदे मिलते हैं तो व्यक्ति स्वस्थ और मजबूत रहता है। त्वचा चमकदार और मुलायम रहती है। और इसका असर चेहरे पर भी दिखाई देता है।

 Matsyasana Yoga
 

चेहरे पर भी बढ़ती है दमक
मत्स्यान करने से चेहरा खूब ग्लो करता है। दरअसल, चेहरे पर ग्लो दिखे, इसके लिए शरीर को फिट और आकर्षक होना जरूरी होता है। मत्स्यासन करने से शरीर भी डिटॉक्स होता है। जिस वजह से चेहरे पर दमक दिखती है। आइए जानते हैं इस योग को करने का तरीका। 

मत्स्यासन की विधि

  • कोई भी आसन करने का पूरा फायदा तभी मिलता है, जब उसे सही और वैज्ञानिक तरीके से करते हैं। मत्स्यासन को सही तरीके से करने के लिए सबसे पहले अपने योगा मैट पर पीठ के बल लेट जाएं। इस दौरान अपनी बाजुओं को बिल्कुल सीधा रखें।
     
  • अब हाथों और पैरों को शरीर के साथ जोड़ लें। अब अपनी हथेलियों को हिप्स के नीचे लगाएं। ध्यान रहे, इस दौरान हथेलियां जमीन की तरफ होनी चाहिए।
     
  • अब अपनी कोहनियों को भी आपस में जोड़ लें और सांस अंदर करें। इस दौरान अपनी पीठ, छाती और गर्दन का वजन हिप्स और कोहनियों पर आने देना चाहिए।
     
  • अब सिर को पीछे की तरफ झुकाएं और सांस अंदर लें। अब छाती और सिर को ऊपर उठाएं। यह सब करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि दोनों घुटने जमीन से सटे हों और सिर भूमि से लगा हो।
     
  • लंबी और गहरी सांसें लेते रहें। इस दौरान पैरों को पद्मासन की स्थिति में रखकर हाथ के आधार से सावधानीपूर्वक शरीर को पीछे की ओर खींचें और पैरों की पद्मासन स्थिति में रहते हुए ही सावधानी से पीछे की ओर चित्त होकर लेट जाएं। कुछ समय तक इस स्थिति में बने रहें और फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पूर्ववत स्थिति में आ जाएं।

मत्स्यासन के फायदे 
नियमित रूप से मत्स्यासन करने से शरीर को कई तरह के फायदे होते हैं। इससे शरीर फिट रहता है, आकर्षक दिखता है, कब्ज और दस्त की शिकायत नहीं रहती और सबसे खास बात यह है कि इससे चेहरे पर चमक बनी रहती है। मत्स्यासन का फायदा कुछ परेशानियों को जड़ से मिटा देने में भी है। जिन लोगों को अक्सर थकान की शिकायत रहती है, एंग्जाइटी और बेचैनी रहती है, शरीर में हमेशा हल्का हल्का दर्द रहता है, वे लोग अगर नियमित रूप से मत्स्यासन करें, तो इससे उन्हें फायदा मिलेगा क्योंकि मत्स्यासन करने से पीठ और कमर मजबूत होती है। जिन लोगों की डेस्क जॉब के कारण अकसर कमर जाम रहती है, उन्हें यह बहुत ही फायदा पहुंचाता है। 

बरतें सावधानी
मत्स्यासन करते समय कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। यह आसन तभी करें, जब आपका पेट पूरी तरह से खाली हो, जरा भी पेट में शौच की शिकायत हो रही हो तो मत्स्यासन न करें। अगर शाम को यह आसन कर रहे हों तो ध्यान रखें कम से कम 5 से 6 घंटे पहले खाना खाया हो। अगर इससे पहले नहीं खाया तो शाम के समय मत्स्यासन करने से बचें। वैसे भी इस आसन को करने का सबसे अच्छा समय सुबह का है।

लेकिन अगर आप अनुशासित हों तो शाम को भी किया जा सकता है। एक बात को और ध्यान रखें, यह आसन जबरदस्ती न करें और 30 से 40 सेकेंड से ज्यादा एक समय में न करें। यह भी याद रखें कि इस आसन को करते समय नाभि, हिप्स और पसलियों की मांसपेशियों में खिंचाव आता है। इसलिए अगर शरीर के इन स्थानों पर किसी तरह की शारीरिक समस्या या दर्द हो तो मत्स्यासन न करें।

5379487