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मशहूर निर्देशक और पटकथा लेखक कुमार साहनी का शनिवार को निधन हो गया है। उन्होंने 'माया दर्पण, तरंग, 'ख्याल गाथा' जैसी समातर फिल्में बनाई थीं। वहीं 1972 में आई फिल्म माया दर्पण के लिए उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था।

Kumar Shahani Death: हिंदी सिनेमा जगत के मशहूर फिल्ममेकर और स्क्रीनप्ले राइटर कुमार साहनी का निधन हो गया है। बीते दिन शनिवार को डायरेक्टर कुमार साहनी का कोलकाता में निधन हो गया। उन्होंने 83 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। 

निर्देशक की मौत की खबर से सिनेमा जगत में शोक की लहर है। कुमार साहनी ने 'माया दर्पण, तरंग, 'ख्याल गाथा', कस्बा जैसी कई बड़ी फिल्में बनाई थीं जिससे उन्हें काफी लोकप्रियता हासिल हुई थी। वह निर्देशक होने के अलावा लेखक भी थे। उन्हें शिक्षक के तौर पर भी काफी सराहा गया है। मशहूर निर्देशक के अचानक निधन की खबर से इंडस्ट्री गमगीन है।

Kumar Sahani
 

ऐसा था कुमार साहनी का इतिहास
कुमार साहनी का जन्म 7 दिसंबर 1940 को पाकिस्तान के सिंध प्रांत लरकाना में हुआ था। उन्होंने पुणे में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) से ग्रेजुएशन की थी। बाद में, साहनी फ्रांस चले गए। उन्होंने फिल्ममेकर रॉबर्ट ब्रेसन की फिल्म ‘यूने फेम डूस’ बनाने में भी उनकी मदद की थी।

इस फिल्म के लिए मिला राष्ट्रीय पुरस्कार
कुमार साहनी हिंदी सिनेमा जगत की प्रख्यात फिल्ममेकर्स में से एक थे। उन्होंने निर्मल वर्मा की कहानी पर आधारित ‘माया दर्पण’ (1972) फिल्म बनाई थी। इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म की कैटेगरी में नेशनल फिल्म अवॉर्ड मिला था। इसके अलावा उन्होंने तरंग, ‘ख्याल गाथा’, ‘कस्बा’ और ‘चार अध्याय’ जैसी कई फिल्में बनाई थीं जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी काफी सराहना मिली।

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