सॉफ्टवेयर टेस्टिंग में है ब्राइट करियर

भारत में आज यह फील्ड 20 पर्सेंट एनुअल रेट से आगे बढ़ रहा है

एक्सपर्ट व्यू

सुमित्रा गोमातम

सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (टेस्टिंग प्रैक्टिस),कॉग्निजेंट

इनोवेटिव होना सबसे इंपॉर्टेंट है

हर जॉब की तरह इस जॉब में भी कुछ समय बाद बोरियत होने लगती है। अगर आप एक्सक्यूटिंग टेस्ट केसेज करते हैं, तो ऐसा होने के चांसेज होते हैं। लेकिन इससे बचने के लिए अगर आप नई मैथडोलॉजी डेवलप कर लेते हैं, तो आपका काम न सिर्फ आसान हो जाता है, बल्कि इंट्रेस्टिंग भी हो जाता है। नई मैथडोलॉजी डेवलप करने के लिए नए आइडियाज की जरूरत होती है और अगर आप ऐसा कर लेते हैं तो इससे आपकी पॉपुलैरिटी काफी बढ़ जाती है। जो लोग इनोवेटिव हैं वे इस फील्ड में बेहतर कर सकते हैं। दुनिया के बेहतरीन टेस्टर्स में से एक जॉन बेच के पास जर्नलिज्म की डिग्री थी। हमारे यहां भी इंफोसिस, विप्रो, सीटीएस, टीसीएस जैसी कंपनियांं बीएससी, बीकॉम और दूसरे स्ट्रीम के ग्रेजुएट्स को सॉफ्टवेयर टेस्टिंग के लिए हायर करती हैं। अगर आपके पास प्रोगामिंग की नॉलेज और इनोवेटिव आइडिया जेनरेट करने की स्किल है तो आप अच्छे टेस्टर बन सकते हैं। इस फील्ड में सैलरी पैकेज भी अच्छा है। एक टेस्टर को सॉफ्टवेयर डेवलपर के बराबर ही सैलरी मिलती है।

यूजफुल टिप्स

- किसी इंस्टीट्यूट में एडमिशन लेते समय यह पता कर लें कि वहां हेंड-ऑन टेस्टिंग या फिर प्रैक्टिकल टेस्टिंग की सुविधा है या नहीं।

- ऐसी जगह एडमिशन लेने से बचें, जहां स्लाइड शो के माध्यम से ट्रेनिंग देकर सर्टिफाइड टेस्टर का सर्टिफिकेट दिया जाता है।

- एडमिशन लेने से पहले यह भी पता कर लें कि उस इंस्टीट्यूशन में प्लेसमेंट की सुविधा है या नहीं।

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