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Tata EVs: भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल की सुस्त बिक्री की वजह चार्जिंग स्टेशंस की कमी भी है। इसे दूसर करने के लिए टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने शेल इंडिया मार्केट्स प्राइवेट लिमिटेड से हाथ मिलाया है। 

Tata EVs: टाटा देशभर में चार्जिंग स्टेशंस बनाएगी। इसके लेकर टाटा ग्रुप की टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने शेल इंडिया मार्केट्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक नॉन-बाइंडिंग मेमोरेंडम ऑफ अंडरटेकिंग पर साइन किए हैं। दोनों ही कंपनियां अपनी-अपनी मजबूती और रिसोर्सेज का इस्तेमाल करते हुए रेंज से जुड़ी चिंता और चार्जिंग की पहुंच जैसी चुनौतियों का समाधान करेंगी, जिसके चलते इलेक्ट्रिक गाड़ियों तो तेजी से लोग अपना नहीं रहे हैं। ईवी गाड़ियों की सुस्त बिक्री की एक अहम वजह चार्जिंग स्टेशंस की कमी है।

इलेक्ट्रिक पैसेंजर गाड़ियों की मार्केट में 71 फीसदी हिस्सेदारी
टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की इलेक्ट्रिक पैसेंजर गाड़ियों के मामले में मार्केट की 71 फीसदी हिस्सेदारी है। इसने गुरुग्राम में अपना पहला ईवी-एक्सक्लूसिव स्टोर पेश किया। कंपनी ने देश के चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को विकसित करने के लिए कई चार्ज प्वाइंट ऑपरेटरों के साथ भी काम किया है। वहीं दूसरी तरफ शेल इंडिया ग्लोबल लेवल पर दिग्गज एनर्जी कंपनी शेल की सब्सिडियरी है। इसके पास एनर्जी सॉल्यूशंस और इंफ्रा डेवलपमेंट में महारत हासिल है। शेल के ईवी रिचार्ज लोकेशन पर 98 से 99 फीसदी चार्जर अपटाइम के साथ अल्ट्रा-फास्ट चार्जिग मिलता है।

पेमेंट सिस्टम्स और लॉयल्टी प्रोग्राम भी शुरू करने की योजना
इस साझोदारी के तहत दोनों कंपनियां इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित करेगी। दोनों कंपनियों की योजना सहूलियत के हिसाब से पेमेंट सिस्टम्स और लॉयल्टी प्रोग्राम भी शुरू करने की है। दोनों के बीच साझेदारी से शेल के देश भर में फैले फ्यूल स्टेशन नेटवर्क और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के पास मौजूद भारतीय सड़कों पर दौड़ रही टाटा की 1.4 लाख इलेक्ट्रिक गाड़ियों की डिटेल्स से चार्जिग स्टेशंस का जाल बिछाया जाएगा। टाटा कंपनी का कहना है कि जहां पर टाटा की इलेक्ट्रिक गाड़ियों के मालिक बार- बार जाते हैं, वहां चार्जर्स सेट अप किए जाएंगे।

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