अमेरिका में पढ़ना मुश्किल: ट्रम्प सरकार ने Students के वीजा इंटरव्यू पर लगाई रोक, सोशल मीडिया की भी होगी जांच

US student visas: अमेरिका की 'ट्रम्प सरकार' ने विदेशी छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू पर रोक लगा दी है। US जाने वाले छात्रों के सोशल मीडिया की भी जांच होगी। क्लास छोड़ने पर वीजा रद्द होगा। मंगलवार (27 मई) को विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे लेकर आदेश जारी किया।

Updated On 2025-05-28 08:01:00 IST

US student visas: अमेरिका में पढ़ाई करने का सपना देख रहे Students को बड़ा झटका लगा है। US की 'ट्रम्प सरकार' ने विदेशी छात्रों के लिए नए वीजा इंटरव्यू पर रोक लगा दी है। US जाने वाले छात्रों के सोशल मीडिया की भी जांच होगी। इतना ही नहीं क्लास छोड़ने पर वीजा रद्द किया जाएगा। मंगलवार (27 मई) को विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने इसे लेकर आदेश जारी किया। आदेश का मकसद देश की यूनिवर्सिटीज में यहूदी विरोध और वामपंथी विचारों को रोकना है।

जानिए क्या कहता है रुबियो का आदेश
रुबियो ने दुनिया भर में अमेरिकी दूतावासों को आदेश जारी कर कहा है कि वे स्टूडेंट वीजा के लिए नए इंटरव्यू शेड्यूल न करें, क्योंकि ट्रम्प सरकार अमेरिका आने वाले छात्रों के सोशल मीडिया प्रोफाइल की जांच को और सख्त करने जा रही है। रुबियो ने स्पष्ट किया कि अगले निर्देश जारी होने तक कांसुलर विभाग फिलहाल स्टूडेंट और एक्सचेंज विज़िटर वीज़ा (F, M और J कैटेगरी) के लिए नए अपॉइंटमेंट स्वीकार नहीं करेगा। उन्होंने यह भी कहा कि जिन आवेदकों के इंटरव्यू पहले से निर्धारित हैं, वे यथावत रहेंगे, लेकिन फिलहाल कोई नया अपॉइंटमेंट शेड्यूल में शामिल नहीं किया जाएगा।

इंस्टाग्राम और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म की जांच के आदेश
विदेश मंत्री मार्को रुबियो के आदेश के मुताबिक, जब तक विस्तारित सोशल मीडिया स्क्रीनिंग की गाइडलाइन जारी नहीं होती, तब तक कांसुलर ऑफिस नए स्टूडेंट और एक्सचेंज वीज़ा इंटरव्यू स्लॉट नहीं जोड़ें। ट्रम्प सरकार ने अधिकारियों को छात्रों के इंस्टाग्राम, टिकटॉक और एक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर पोस्ट, लाइक, कमेंट और शेयर की जांच करने के भी आदेश दिए हैं, ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा माने जाने वाले कंटेंट का पता लगाया जा सके।

हम सभी की करेंगे जांच 
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस के मुताबिक, अमेरिका में प्रवेश करने वाले हर व्यक्ति की गहन जांच प्रक्रिया को बेहद गंभीरता से लिया जाता है और यह प्रक्रिया भविष्य में भी जारी रहेगी। टैमी ब्रूस ने कहा-छात्र-पर्यटक या किसी भी श्रेणी के वीजा धारक हों, हम हर किसी की जांच करेंगे। इस प्रक्रिया को विवादास्पद नहीं माना जाना चाहिए क्योंकि इसका उद्देश्य अमेरिका की सुरक्षा और सामाजिक हितों की रक्षा करना है।

अमेरिका आने वाले लोग कानून का पालन करें
टैमी ब्रूस ने कहा-राष्ट्रपति ट्रम्प और विदेश मंत्री रूबियो की प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि अमेरिका आने वाले लोग कानून का पालन करें, आपराधिक मानसिकता न रखें और अमेरिका में अपने प्रवास के दौरान सकारात्मक भूमिका निभाएं। बता दें कि ट्रम्प प्रशासन ने कहा है कि कोई विदेशी छात्र बिना जानकारी कोर्स छोड़ता है, क्लास नहीं जाता या पढ़ाई बीच में छोड़ता है, तो उसका स्टूडेंट वीसा रद्द किया जा सकता है। 

लाखों छात्रों में चिंता बढ़ी 
ट्रम्प सरकार के फैसले से अमेरिका आने की तैयारी कर रहे लाखों छात्रों में चिंता बढ़ गई है। वीजा प्रक्रिया में पहले ही लंबा इंतजार करना पड़ता है और अब सोशल मीडिया जांच के कारण यह प्रक्रिया और भी जटिल हो सकती है। भारत, चीन, कोरिया, ब्राजील और नाइजीरिया जैसे देशों के छात्र अमेरिकी उच्च शिक्षा प्रणाली का अहम हिस्सा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह प्रवृत्ति जारी रही, तो अमेरिका की वैश्विक शैक्षणिक नेतृत्व की स्थिति खतरे में पड़ सकती है।

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी पर लिया था एक्शन
बता दें कि ट्रम्प प्रशासन ने हाल ही में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की विदेशी छात्रों को दाखिला देने की अनुमति रद्द कर दी थी। हालांकि कोर्ट ने इस पर फिलहाल रोक लगा दी है। इसी वसंत में सरकार ने हज़ारों अंतरराष्ट्रीय छात्रों का कानूनी दर्जा रद्द कर दिया था, जिससे कई छात्रों ने देश छोड़ना शुरू कर दिया। न्यायालय के निर्देश पर कुछ राहत दी गई, हालांकि आगे चलकर नियमों को और अधिक कठोर बना दिया गया।

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