दुबई में रहना चाहते हैं?: UAE ने शुरू किया नया गोल्डन वीज़ा; भारतीयों को सिर्फ ₹23 लाख में मिलेगा आजीवन निवास; जानें डिटेल्स
UAE Golden Visa : यूएई ने भारतीयों के लिए नामांकन आधारित नया गोल्डन वीज़ा पेश किया, सिर्फ ₹23.3 लाख में आजीवन निवास संभव। जानिए प्रक्रिया, फायदे और बदलाव।
4. 66 करोड़ का झंझट खत्म, 23 लाख में बनें दुबई का स्थायी निवासी; जानें क्या है UAE गोल्डन वीज़ा 2025?
UAE Golden Visa 2025: संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने भारतीय नागरिकों के लिए बड़ी सौगात दी है। दुबई सरकार ने नामांकन आधारित गोल्डन वीज़ा प्रोग्राम शुरू किया है, जो वर्तमान निवेश आधारित वीज़ा के मुकाबले ज्यादा सरल, सस्ता और सुलभ है। इस नई योजना के तहत भारतीय नागरिक सिर्फ AED 1,00,000 (लगभग ₹23.3 लाख) देकर दुबई में आजीवन निवास कर सकते हैं। उन्हें इसके लिए रियल एस्टेट या व्यवसाय में ज्यादा निवेश नहीं करना पड़ेगा।
पहले क्या था नियम?
UAE का पारंपरिक गोल्डन वीज़ा अभी भी मौजूद है, लेकिन उसमें कम से कम AED 2 मिलियन (₹4.66 करोड़) का रियल एस्टेट या बिजनेस निवेश करना अनिवार्य है। यह वीज़ा विशेष रूप से अमीर और हाई नेट वर्थ इंडिविजुअल्स (HNWI) के लिए है। जबकि, नामांकन आधारित गोल्डन वीज़ा से मध्यम वर्गीय पेशेवरों, युवाओं और उद्यमियों को फायदा होगा। वह भी दुबई में आजीवन निवास कर सकेंगे।
नामांकन आधारित गोल्डन वीज़ा काम कैसे करेगा ?
नामांकन आधारित गोल्डन वीज़ा का संचालन रयाद ग्रुप द्वारा किया जा रहा है। इसके एमडी रयाद कमाल अयूब ने बताया कि वीज़ा देने से पहले आवेदनकर्ता की पृष्ठभूमि जांच की जाएगी।
- आपराधिक रिकॉर्ड की जांच
- एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग प्रक्रिया
- सोशल मीडिया प्रोफाइल मूल्यांकन
- पेशेवर या सांस्कृतिक योगदान का आकलन
यदि कोई व्यक्ति UAE की अर्थव्यवस्था, संस्कृति, विज्ञान, स्टार्टअप, या पेशेवर सेवाओं के क्षेत्र में योगदान देने में सक्षम पाया जाता है, तो उसे यह वीज़ा नामांकित किया जा सकता है।
UAE Golden Visa: आवेदन कैसे करें?
- नामांकन आधारित गोल्डन वीज़ा के लिए आवेदन निम्नलिखित माध्यमों से किए जा सकते हैं:
- वन वास्को सेंटर (वीज़ा कंसीयज सेवा)
- रयाद ग्रुप के पंजीकृत कार्यालय
- ऑनलाइन पोर्टल
- समर्पित कॉल सेंटर
- आवेदक भारत से पूर्व-अनुमोदन प्राप्त कर दुबई जाकर अंतिम प्रक्रिया पूर्ण कर सकते हैं।
UAE Golden Visa के लाभ क्या हैं?
- आजीवन रेजिडेंसी, बिना किसी संपत्ति खरीदे रह सकेंगे।
- परिवार को साथ लाने की अनुमति
- घरेलू सहायक, ड्राइवर नियुक्त करने की सुविधा
- दुबई में कोई भी पेशेवर कार्य करने की छूट
- संपत्ति बेचने पर वीज़ा समाप्त नहीं होगा (जैसा कि निवेश आधारित वीज़ा में होता था)
रियल एस्टेट आधारित गोल्डन वीज़ा बनाम नया वीज़ा
बिंदु पारंपरिक वीज़ा नया नामांकन आधारित वीज़ा
न्यूनतम निवेश AED 2 मिलियन (₹4.66 करोड़) AED 1 लाख (₹23.3 लाख)
वीज़ा अवधि 10 साल (नवीकरणीय) आजीवन
संपत्ति ज़रूरी हां नहीं
पेशेवर स्वतंत्रता सीमित अधिक
UAE Golden Visa से दुबई को क्या फायदा ?
- इंडिया सोथबी इंटरनेशनल रियल्टी के निदेशक आकाश पुरी के अनुसार, नामांकन आधारित गोल्डन वीजा से दुबई के मिड-सेगमेंट रियल एस्टेट मार्केट को फायदा होगा। पहले जो लोग सिर्फ वीज़ा के लिए निवेश करते थे। अब वह गुणवत्ता और रिटर्न के उद्देश्य से निवेश करेंगे।
- आकाश पुरी ने यह भी बताया कि अल्ट्रा-हाई-नेट-वर्थ इंडिविजुअल्स (UHNWI) अब भी लक्जरी प्रॉपर्टीज़ में निवेश करेंगे, लेकिन मिड-सेगमेंट की संपत्तियों की डिमांड भी बढ़ेगी।
UAE Golden Visa भारत में ही क्यों ?
UAE ने इस नई वीज़ा नीति का पायलट प्रोजेक्ट भारत और बांग्लादेश में शुरू किया है। इसकी प्रमुख वजह यहां मौजूद स्किल्ड और सस्ते प्रोफेशनल्स माने जा रहे हैं। अनुमान है कि अगले 3 माह में 5,000 से अधिक भारतीय इस वीज़ा के लिए आवेदन करेंगे। UEA की यह वीज़ा भविष्य में अन्य CEPA देशों (Comprehensive Economic Partnership Agreement) को भी मिल सकती है।