Bangladesh bomb blast: बांग्लादेश के ढाका में बम धमाका, एक की मौत, खालिदा जिया के बेटे की वापसी से पहले बढ़ा तनाव
ढाका में कच्चे बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना खालिदा जिया के बेटे और BNP नेता तारीक रहमान की 17 साल बाद बांग्लादेश वापसी से पहले हुई है।
बांग्लादेश के ढाका में कच्चे बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना खालिदा जिया के बेटे और BNP नेता तारीक रहमान की 17 साल बाद बांग्लादेश वापसी से पहले हुई है।
Bangladesh bomb blast news: बांग्लादेश की राजधानी ढाका में बुधवार शाम एक कच्चे बम धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई। यह घटना ऐसे समय पर हुई है, जब देश पहले से ही राजनीतिक तनाव और हिंसा की घटनाओं से जूझ रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के कार्यकारी अध्यक्ष तारीक रहमान की लंबे निर्वासन के बाद वापसी से पहले सुरक्षा चिंताएं और बढ़ गई हैं।
फ्लाईओवर से फेंका गया कच्चा बम
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह धमाका ढाका के मोगबाजार इलाके में बुधवार शाम करीब 7 बजे हुआ। अज्ञात बदमाशों ने एक फ्लाईओवर से कच्चा बम फेंका, जो बांग्लादेश मुक्तिजोद्धा संसद—1971 के मुक्ति संग्राम के दिग्गजों के केंद्रीय कार्यालय—के सामने आकर फटा। धमाके की चपेट में आकर एक व्यक्ति की मौके पर ही मौत हो गई।
मृतक की पहचान सैफुल के रूप में हुई
पुलिस ने मृतक की पहचान सैफुल के रूप में की है। बताया गया कि वह एक निजी दुकान में काम करता था और घटना के समय फ्लाईओवर के नीचे सड़क किनारे चाय पी रहा था। हाटिरझील थाने के इंस्पेक्टर (ऑपरेशंस) मोहिउद्दीन के अनुसार, धमाका इतना तेज था कि सैफुल की मौके पर ही जान चली गई।
तारीक रहमान की वापसी से पहले सुरक्षा अलर्ट
यह धमाका ऐसे समय हुआ है, जब BNP के वरिष्ठ नेता तारीक रहमान की बांग्लादेश वापसी तय है। पार्टी के अनुसार, वह गुरुवार को लंदन से ढाका पहुंचने वाले हैं, जिससे उनका करीब 17 साल का निर्वासन समाप्त होगा।
60 वर्षीय तारीक रहमान, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के बेटे हैं और आगामी फरवरी में होने वाले आम चुनावों में उन्हें प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है।
सरकार और BNP की तैयारियां तेज
मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने रहमान की वापसी को देखते हुए कड़े सुरक्षा इंतजाम करने के निर्देश दिए हैं। वहीं BNP ने दावा किया है कि उनके नेता के स्वागत के लिए लाखों समर्थक सड़कों पर उतर सकते हैं। इस कारण राजधानी ढाका और आसपास के इलाकों में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट मोड पर हैं।
छात्र नेता की हत्या से पहले ही उबल रहा था माहौल
बांग्लादेश में हालिया तनाव की एक बड़ी वजह छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या भी है। वह 2024 के जन आंदोलन के प्रमुख चेहरों में शामिल थे। 12 दिसंबर को ढाका में मस्जिद से निकलते समय नकाबपोश हमलावरों ने उन्हें गोली मार दी थी। इलाज के दौरान सिंगापुर में उनकी मौत हो गई।
इस घटना के विरोध में इंकीलाब मंचो ने हाल ही में ढाका के शाहबाग इलाके में प्रदर्शन भी किया था।
जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने कच्चे बम धमाके की जांच शुरू कर दी है और घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि धमाके के पीछे राजनीतिक साजिश की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।