Modi Croatia visit: क्रोएशिया में कदम रखते ही PM ने रचा इतिहास, द्विपक्षीय संबंधों में नया अध्याय शुरू
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2025 में क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा कर इतिहास रचा। जानिए भारत-क्रोएशिया द्विपक्षीय संबंधों, व्यापार, निवेश, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान पर इसका असर।
तीन देशों के राजनयिक दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 2025 में क्रोएशिया पहुंचे।
Modi Croatia visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को इतिहास रचते हुए क्रोएशिया की राजधानी ज़ाग्रेब में कदम रखा। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की क्रोएशिया की पहली आधिकारिक यात्रा है, जो भारत-क्रोएशिया द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो रही है।
यह यात्रा पीएम मोदी की तीन देशों की कूटनीतिक यात्रा का अंतिम पड़ाव है, जिसमें कनाडा के कनानसकीस में जी7 शिखर सम्मेलन और साइप्रस यात्रा भी शामिल है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, "मैं क्रोएशिया के राष्ट्रपति ज़ोरान मिलनोविक और प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच के साथ मुलाकात को लेकर उत्साहित हूं। यह यात्रा हमारे सदियों पुराने सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करेगी और आपसी सहयोग के नए रास्ते खोलेगी।"
पीएम मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ भारत के रुख को स्पष्ट करते हुए कहा कि यह यात्रा उन भागीदार देशों का धन्यवाद करने का अवसर है जो आतंकवाद के विरुद्ध भारत का समर्थन करते हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की क्रोएशिया यात्रा पर ज़ाग्रेब विश्वविद्यालय के इंडोलॉजी विभाग में हिंदी का अध्ययन कर रहे एक क्रोएशियाई छात्र ने कहा, "हम यहां प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करने आए हैं और प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा पूरे देश के लिए एक बड़ी बात है। मुझे हिंदी बोलना पसंद है।"
भारत-क्रोएशिया संबंध
भारत और क्रोएशिया के बीच व्यापार, रक्षा, कृषि, विज्ञान, तकनीक, संस्कृति और कार्यबल गतिशीलता जैसे क्षेत्रों में लगातार सहयोग बढ़ रहा है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्तमान में लगभग 300 मिलियन अमेरिकी डॉलर का है, जिसमें से 48 मिलियन डॉलर का भारतीय निवेश क्रोएशिया में है।
इतिहास भी दोनों देशों के बीच गहरे संबंधों की गवाही देता है। गोवा और डबरोवनिक के ऐतिहासिक संबंधों के प्रमाण मिलते हैं, जहां 1563 में साओ ब्राज़ चर्च का निर्माण क्रोएशियाई मिशनरियों द्वारा किया गया था।
क्रोएशिया में भारतीय समुदाय
दिसंबर 2024 तक क्रोएशिया में करीब 17,000 भारतीय नागरिक रह रहे थे, जिनमें से अधिकांश लोग अल्पकालिक अनुबंधों पर विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। क्रोएशिया में विदेशी श्रमिकों की मांग के कारण भारतीयों की संख्या में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
भविष्य की संभावनाएं
विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा भारत और क्रोएशिया के बीच राजनीतिक, आर्थिक, और सांस्कृतिक सहयोग को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगी, जिससे रक्षा, नवाचार, बंदरगाह, शिपिंग और मानव संसाधन क्षेत्रों में साझा हितों को बल मिलेगा।