SCO Summit 2025: शहबाज शरीफ की मौजूदगी में PM मोदी का आतंकवाद पर प्रहार, कहा- 'टेररिज्म पूरी मानवता के लिए चुनौती'
SCO Summit 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान PM की मौजूदगी में आतंकवाद के खिलाफ बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवाद पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती। पढ़ें पूरी खबर।
SCO Summit 2025: पीएम मोदी का आतंकवाद के खिलाफ कड़ा संदेश।
PM Modi on Terrorism: शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (1 सितंबर) को आतंकवाद पर तीखा संदेश दिया। खास बात यह रही कि उनके बयान के समय पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी उसी हॉल में मौजूद थे। पीएम मोदी ने साफ कहा कि आतंकवाद किसी एक देश या क्षेत्र की समस्या नहीं है, बल्कि यह पूरी मानवता के लिए सबसे बड़ी चुनौती है।
आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता जरूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति, सुरक्षा और स्थिरता ही विकास की असली नींव होती है। उन्होंने SCO सदस्य देशों से अपील की कि वे आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर कदम उठाएं। मोदी ने स्पष्ट कर दिया कि भारत इस लड़ाई में हमेशा मजबूती से खड़ा है।
पीएम मोदी ने पहलगाम हमले का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एससीओ समिट के दौरान पहलगाम हमले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ''भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है। हाल ही में, हमने पहलगाम में आतंकवाद का सबसे बुरा रूप देखा। मैं इस दुख की घड़ी में हमारे साथ खड़े मित्र देश के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।
मोदी ने आगे कहा, ''यह हमला मानवता में विश्वास रखने वाले हर देश और व्यक्ति के लिए एक खुली चुनौती थी। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि क्या कुछ देशों द्वारा आतंकवाद का खुला समर्थन हमें स्वीकार्य हो सकता है। हमें हर रूप और रंग के आतंकवाद का सर्वसम्मति से विरोध करना होगा। मानवता के प्रति यह हमारा कर्तव्य है।''
पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष वार
मोदी के इस बयान को पाकिस्तान पर अप्रत्यक्ष वार माना जा रहा है, क्योंकि भारत लंबे समय से पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाता रहा है। ऐसे में SCO मंच से दिया गया यह सख्त संदेश पाकिस्तान और उसके सहयोगियों के लिए भी कड़ा संकेत है।
चीन और रूस के साथ भारत की नजदीकी
समिट के दौरान पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की। तीनों नेताओं की तस्वीरें वैश्विक मंच पर बड़े संदेश के तौर पर देखी जा रही हैं। यह मुलाकात ऐसे समय पर हुई है जब अमेरिका लगातार भारत पर रूस से तेल खरीदने को लेकर दबाव बना रहा है।
अमेरिका में टेंशन
विशेषज्ञों का कहना है कि SCO समिट में मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग की नजदीकी अमेरिका के लिए बड़ा झटका है। अमेरिका ने हाल ही में भारत पर रूसी तेल और रक्षा सौदों को लेकर टैरिफ बढ़ाकर 50% कर दिया है। लेकिन SCO मंच पर भारत का सक्रिय होना बताता है कि नई दिल्ली अब मल्टीपोलर वर्ल्ड (बहुध्रुवीय विश्व) की राजनीति में अहम खिलाड़ी है।
SCO क्या है?
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) में भारत, पाकिस्तान, रूस, चीन समेत 10 देश सदस्य हैं। इसके अलावा कई देश डायलॉग पार्टनर और ऑब्जर्वर की भूमिका में हैं। भारत 2017 से इसका सदस्य है और 2022-23 में SCO की अध्यक्षता भी कर चुका है।