बिहार से दिल्ली तक का सफर: नितिन नबीन कैसे बने बीजेपी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष? देखिए वीडियो
बिहार की राजनीति से राष्ट्रीय स्तर तक पहुंचे नितिन नबीन को BJP ने क्यों सौंपी बड़ी जिम्मेदारी? जानिए INH-हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी का विश्लेषण और इसके पीछे की रणनीति।
बिहार की सियासत से निकलकर नितिन नबीन ने भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में अपनी मजबूत मौजूदगी दर्ज कराई है। 45 वर्षीय नितिन नबीन पांच बार विधायक रह चुके हैं, लेकिन हाल ही में उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जैसा अहम दायित्व सौंपे जाने से राजनीतिक हलकों में कई सवाल खड़े हो गए हैं।
आखिर ऐसा क्या है, जिसने पार्टी नेतृत्व को उन पर इतना बड़ा भरोसा करने के लिए प्रेरित किया?
इस बड़े संगठनात्मक फैसले का विश्लेषण INH और हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने किया है। उनके मुताबिक, नितिन नबीन की नियुक्ति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की एक सोची-समझी रणनीति का हिस्सा है। इसका मकसद पार्टी संगठन में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना, साफ-सुथरी छवि वाले नेताओं को आगे लाना और जमीनी स्तर पर मजबूत संगठनात्मक अनुभव को मजबूत करना है।
डॉ. द्विवेदी बताते हैं कि नितिन नबीन ने छत्तीसगढ़ में पार्टी के लिए प्रभावी संगठनात्मक काम किया है, जिसकी सराहना शीर्ष नेतृत्व तक पहुंची। उनकी साफ छवि, कार्यशैली और संगठन के प्रति समर्पण ने उन्हें इस पद के लिए मजबूत दावेदार बनाया। साथ ही, यह नियुक्ति भाजपा के बिहार पर बढ़ते राजनीतिक फोकस को भी साफ तौर पर दर्शाती है।