भदोही में ज़हरीली गैस का कहर: कालीन कंपनी में मोटर ठीक कर रहे तीन मैकेनिकों की मौत! सुरक्षा मानकों पर उठे सवाल
यह हादसा ज़हरीले अपशिष्ट टैंक के पास हुआ। घटना के बाद औद्योगिक सुरक्षा मानकों पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
पुलिस का कहना है कि जांच के बाद सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
भदोही : कालीन नगरी भदोही के एक कालीन कारखाने में मोटर मरम्मत का काम कर रहे तीन मैकेनिकों की ज़हरीली गैस की चपेट में आने से मौत हो गई।
यह घटना शहर कोतवाली क्षेत्र की औराई रोड स्थित कंपनी में हुई, जिसने औद्योगिक सुरक्षा और कार्यस्थल पर बरती जाने वाली लापरवाहियों को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है, जबकि मृतकों के परिजनों में कोहराम मच गया है।
ज़हरीले टैंक में उतरने से पहले ही गई जान
घटना उस समय हुई जब तीन स्थानीय मैकेनिक कंपनी परिसर के भीतर एक खराब मोटर को ठीक करने पहुंचे थे। यह मोटर गहरे टैंक के पास स्थित था, जिसमें खतरनाक रसायन या अपशिष्ट जमा थे।
प्राथमिक जानकारी के अनुसार, मैकेनिकों को मोटर तक पहुंचने के लिए टैंक के करीब जाना पड़ा। जैसे ही वे टैंक के मुख के पास पहुंचे, अंदर जमा हुई अत्यधिक ज़हरीली गैस अचानक बाहर निकली। तीनों मैकेनिकों को संभलने का मौका नहीं मिला और वे तुरंत गैस की चपेट में आकर अचेत होकर गिर पड़े।
लापरवाही और बचाव की नाकाम कोशिश
हादसे के तुरंत बाद कंपनी कर्मचारियों में अफरा-तफरी मच गई। कर्मचारियों ने अपने स्तर पर मैकेनिकों को बाहर निकालने का प्रयास किया। उन्हें तत्काल प्रभाव से पास के महाराजा बलवंत सिंह राजकीय अस्पताल ले जाया गया।
हालांकि, गैस इतनी घातक थी कि अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो चुकी थी। डॉक्टरों ने जांच के बाद तीनों को मृत घोषित कर दिया। मृतकों के नाम और पहचान की पुष्टि की जा रही है।
पुलिस जांच जारी, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस अधीक्षक सहित कई वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। पुलिस ने तीनों शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
पुलिस ने कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और ज़हरीली गैस के स्रोत व कंपनी द्वारा बरती गई चूक की विस्तृत जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद सुरक्षा मानकों के उल्लंघन के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। मृतकों के घर खबर पहुंचने पर मातम पसर गया है और उनके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।