पुलिस ट्रेनिंग सेंटर: गोरखपुर में महिला सिपाहियों का फूटा गुस्सा, बाथरूम में कैमरे से हड़कंप
गोरखपुर पुलिस ट्रेनिंग सेंटर में 600 महिला सिपाहियों का हंगामा, कैमरे और सुविधाओं की कमी पर उठाए सवाल, PTI निलंबित, जांच जारी।
गोरखपुर ट्रेनिंग सेंटर के बाहर विरोध प्रदर्शन करतीं महिला सिपाही।
Women Constable Protest Gorakhpur: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित PAC ट्रेनिंग सेंटर में बुधवार (23 जुलाई) सुबह उस वक्त हड़कंप मच गया, जब सेंटर की 600 ट्रेनी महिला सिपाहियों ने बाथरूम में कैमरा लगा होने का दावा करते हुए हंगामा करने लगीं। महिला सिपाहियों ने यहां बिजली-पानी जैसी जरूरी सुविधाओं की भी कमी बताया है। कहा, ओवर क्राउडिंग के चलते भारी परेशान होना पड़ता है।
महिला सिपाहियों के मुताबिक, गोरखपुर पीएसी ट्रेनिंग सेंटर में सिर्फ 360 लोगों के रहने की व्यवस्था है, लेकिन यहां 600 से अधिक को रखा गया है। एक महिला सिपाही ने बाथरूम में कैमरे लगे होने की बात कहते हुए रोने लगी। कहा, हम लोगों के वीडियो बन गए, अब क्या होगा? उसके इस आरोप से हड़कंप मच गया। हालांकि, जांच में कैमरा नजन नहीं आया।
महिला सिपाहियों के हंगामे की 5 वजहें
- बिजली-पानी की समस्या
- 600 लोगों के लिए सिर्फ एक आरओ
- 30 सिपाहियों पर केवल 4 पंखे
- गालियां देने वाले PTI के निलंबित की मांग
- बाथरूम में कैमरे लगाए जाने का आरोप (जांच में असत्य)
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से पहले हंगामा, अधिकारी परेशान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को गोरखपुर के इसी कैंपस में 252 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन करने वाले हैं। इससे पहले महिला सिपाहियों के हंगामे से अधिकारी परेशान हो गए। एडीजी अशोक जैन, एसएसपी राजकरण, IG प्रीतिंदर सिंह सहित कई अफसर मौके पर पहुंचे और PTI को तत्काल सस्पेंड कर दिया। IG ट्रेनिंग का प्रेग्नेंसी जांच वाला विवादास्पद आदेश भी रद्द किया गया।
अखिलेश और चंद्रशेखर ने उठाए सवाल
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने गोरखपुर की इस घटना पर चिंता जताई है। बीजेपी सरकार पर कटाक्ष करते हुए लिखा-भाजपा की नारी वंदना योजना जुमला है। वहीं भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने अपने X हैंडल पर लिखा- उत्तर प्रदेश में यदि वर्दीधारी महिलाएं ही सुरक्षित नहीं हैं तो आम जनता का क्या होगा?
FAQs
Q. गोरखपुर PAC ट्रेनिंग सेंटर में क्या हुआ?
A. 600 महिला सिपाहियों ने ट्रेनिंग सेंटर की खराब सुविधाओं, कैमरा लगाने के आरोप और PTI के व्यवहार को लेकर हंगामा किया।
Q. क्या बाथरूम में कैमरे लगे थे?
A. जांच में यह आरोप गलत पाया गया, लेकिन महिला सिपाहियों की आशंकाओं को गंभीरता से लिया गया।
Q. प्रेग्नेंसी जांच विवाद क्या था?
A. डीआईजी ने सभी महिला सिपाहियों की प्रेग्नेंसी जांच का आदेश दिया था जिसे बाद में निरस्त कर दिया गया।
Q. योगी सरकार का इस पर क्या रुख है?
A. सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए PTI को निलंबित किया, बिजली-पानी की समस्याएं दूर की गईं और जांच के आदेश दिए गए।
Q. क्या इस हंगामे का सीएम योगी के दौरे से कोई संबंध है?
A. हां, हंगामे से प्रशासन में हड़कंप मच गया क्योंकि गुरुवार को सीएम को उसी परिसर में 252 करोड़ की योजनाओं का उद्घाटन करना है।