Good News: यूपी को मिलेगी सबसे लंबी एक्सप्रेसवे की सौगात - गोरखपुर-पानीपत कॉरिडोर का पूरा रूट मैप और खासियतें

15,000 करोड़ की लागत से बनने वाला यह एक्सप्रेसवे पूर्वी और पश्चिमी यूपी की यात्रा को 7-8 घंटे में पूरा करके लॉजिस्टिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देगा।

Updated On 2025-11-26 09:51:00 IST

यह हरियाणा के औद्योगिक हब को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कृषि और कपड़ा उद्योगों से जोड़ेगा।

लखनऊ : उत्तर प्रदेश जल्द ही एक ऐतिहासिक कनेक्टिविटी परियोजना का गवाह बनने जा रहा है, जो पूर्वी और पश्चिमी भारत के बीच की दूरी को नाटकीय रूप से कम कर देगी।

केंद्र सरकार के सहयोग से भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा विकसित किया जा रहा गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे लगभग 700 से 750 किलोमीटर की दूरी तय करेगा, जो इसे राज्य का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बना देगा।

यह महत्वाकांक्षी ग्रीनफील्ड कॉरिडोर न केवल व्यापार और यात्रा को सुगम बनाएगा, बल्कि उत्तर प्रदेश के 20 से अधिक जिलों के लिए आर्थिक विकास के द्वार भी खोलेगा।

रूट का विस्तार और प्रमुख कनेक्टिंग जिले

यह एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहर गोरखपुर से शुरू होकर हरियाणा के पानीपत तक जाएगा, जिसमें उत्तर प्रदेश के 20 से अधिक जिले सीधे जुड़ेंगे। इस कॉरिडोर को 15,000 करोड़ की लागत से विकसित किया जा रहा है।

इसका रूट पूर्वांचल, रूहेलखंड और पश्चिमी यूपी के महत्वपूर्ण क्षेत्रों को कवर करेगा। गोरखपुर, बलरामपुर, श्रावस्ती, सीतापुर, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, रामपुर, मुरादाबाद और पश्चिमी यूपी के बिजनौर, मुजफ्फरनगर, मेरठ, और शामली जैसे जिले इस परियोजना से सीधे लाभान्वित होंगे।

वर्तमान में इसकी डीपीआर अंतिम चरण में है और निर्माण का कार्य मार्च 2026 तक शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव और लगने वाला समय

यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के यातायात और व्यापारिक गलियारों में क्रांति ला देगा। वर्तमान में, पूर्वी यूपी के किसी भी शहर से हरियाणा या पश्चिमी यूपी की यात्रा में 12 से 15 घंटे का समय लगता है। इस नए कॉरिडोर के चालू होने के बाद, यह यात्रा केवल 7 से 8 घंटों में पूरी हो सकेगी। इतना ही नहीं, बलरामपुर और श्रावस्ती जैसे नेपाल सीमा से सटे जिलों से हरिद्वार तक की धार्मिक यात्रा भी मात्र 6 घंटे में संभव हो सकेगी।

समय और ईंधन की बचत के साथ, यह एक्सप्रेसवे माल ढुलाई को भी गति देगा, जिससे लॉजिस्टिक लागत में भारी कमी आएगी।

आर्थिक और औद्योगिक विकास का नया इंजन

गोरखपुर-पानीपत एक्सप्रेसवे केवल एक सड़क नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था के लिए एक नया इंजन साबित होगा। यह हरियाणा के औद्योगिक हब को पूर्वी उत्तर प्रदेश के कृषि और कपड़ा उद्योगों से जोड़ेगा।

इसके रूट पर पड़ने वाले जिलों में नए औद्योगिक क्लस्टर और लॉजिस्टिक पार्क स्थापित होने की संभावना है। इसके अलावा, इस कॉरिडोर को उत्तराखंड के देहरादून-दिल्ली एक्सप्रेसवे और बिहार/बंगाल की ओर जाने वाले गोरखपुर-सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से जोड़ने की भी योजना है, जो इसे उत्तर भारत के सबसे बड़े मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी हब का हिस्सा बना देगा।

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