अमेठी में 81वां मेडिकल कॉलेज: मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह की निजी संपत्ति ने दिया स्वास्थ्य सुधारो को नया आयाम
अमेठी में 81वां मेडिकल कॉलेज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पीएम मोदी के सेवा पखवाड़े के तहत किया उद्घाटन। राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने अपनी निजी संपत्ति दान दिया।
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में एक नया अध्याय जुड़ गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर 'सेवा पखवाड़ा' के तहत आयोजित कार्यक्रम में इसकी घोषणा की। लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी कन्वेंशन सेंटर में आयोजित इस भव्य समारोह में, मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य ने पिछले आठ वर्षों में 80 मेडिकल कॉलेज सफलतापूर्वक स्थापित किए हैं, और अब 81वां कॉलेज अमेठी के तिलोई में बनकर तैयार है।
यह उपलब्धि न सिर्फ सरकार के प्रयासों का परिणाम है, बल्कि इसमें चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह का भी बड़ा योगदान है, जिन्होंने इस नेक काम के लिए अपनी निजी संपत्ति दान कर दी।
पीएम मोदी के नेतृत्व में 'सबका साथ, सबका विकास' का संकल्प
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी के 'सबका साथ, सबका विकास' के मंत्र की सराहना की। उन्होंने कहा कि इसी संकल्प के तहत उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति हुई है। जहां पहले प्रदेश में सिर्फ 17 सरकारी मेडिकल और 25 निजी मेडिकल कॉलेज थे, आज उत्तर प्रदेश में लगभग 44 सरकारी मेडिकल कॉलेज हैं, जिनमें राज्य सरकार के मेडिकल कॉलेज, एम्स (AIIMS) और केंद्रीय विश्वविद्यालय शामिल हैं। वहीं 36 निजी मेडिकल कॉलेज हैं। यह संख्या आज बढ़कर 81 हो गई है।
अमेठी के नए मेडिकल कॉलेज को बीते मंगलवार को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग से मान्यता मिली है, जिसमें एमबीबीएस की 50 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। यह कॉलेज अमेठी और आसपास के क्षेत्रों के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का केंद्र बनेगा और साथ ही, स्वास्थ्य सुविधाओं को भी मजबूत करेगा।
मयंकेश्वर शरण सिंह ने किया भूदान
मयंकेश्वर शरण सिंह ने अपनी सार्वजनिक सेवा के लिए अपनी निजी संपत्ति का त्याग कर एक मिसाल कायम की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच से मयंकेश्वर शरण सिंह के इस महान कार्य की सराहना की।उनका यह त्याग अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए एक प्रेरणा है।" इस दान ने न केवल कॉलेज के निर्माण में मदद की, बल्कि यह भी दिखाया कि जब जनसेवा का भाव प्रबल होता है, तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
सेवा पखवाड़ा, जनसेवा का प्रतिक
यह घोषणा ऐसे समय में हुई है जब देश भर में प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में 'सेवा पखवाड़ा' मनाया जा रहा है। इस दौरान विभिन्न सरकारी विभाग और संगठन जनसेवा के कार्यों में लगे हैं। अमेठी के नए मेडिकल कॉलेज की शुरुआत इसी सेवा भावना का प्रतीक है। यह दिखाता है कि सरकार केवल योजनाओं को बनाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें जमीन पर उतारने और लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।