कफ सिरप कांड: मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल पर 50 हजार का इनाम, लुकआउट नोटिस जारी

वाराणसी पुलिस ने कोडीन कफ सिरप तस्करी के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल पर 50,000 का इनाम घोषित किया है। शुभम और उसके चार सहयोगियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।

Updated On 2025-12-23 14:38:00 IST

इस पूरे गिरोह ने साल 2023 से 2025 के बीच लगभग 89 लाख शीशियां अवैध रूप से बाजार में खपाई हैं।

लखनऊ : वाराणसी में कोडीनयुक्त नशीली कफ सिरप के अवैध कारोबार के खिलाफ पुलिस और जांच एजेंसियों ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस पूरे सिंडिकेट के मास्टरमाइंड शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने 50,000 रुपये का इनाम घोषित किया है।

शुभम जायसवाल और उसके सहयोगियों ने मिलकर फर्जी फार्मा कंपनियों के जरिए करोड़ों रुपये के नशीले सिरप की तस्करी की है।

फिलहाल आरोपी फरार हैं, जिसकी वजह से उनके खिलाफ लुकआउट और सर्कुलर नोटिस भी जारी कर दिए गए हैं ताकि वे देश छोड़कर न भाग सकें।

शुभम जायसवाल पर इनाम और सख्त कानूनी कार्रवाई

वाराणसी पुलिस और एसटीएफ ने इस नशीले कारोबार के किंगपिन शुभम जायसवाल की तलाश तेज कर दी है। पुलिस कमिश्नरेट द्वारा शुभम पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

शुभम के साथ-साथ उसके पिता भोला प्रसाद जायसवाल और अन्य सहयोगियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है। शुभम के वाराणसी स्थित आवास पर पुलिस ने पहले ही नोटिस चस्पा कर दिया है और उसकी संपत्तियों की जांच भी की जा रही है।

फरार सहयोगियों के खिलाफ लुकआउट और सर्कुलर नोटिस

मुख्य आरोपी शुभम जायसवाल के साथ उसके चार प्रमुख सहयोगियों के खिलाफ भी नोटिस जारी किए गए हैं। एजेंसियों को अंदेशा है कि आरोपी विदेश भाग सकते हैं, इसलिए उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है।

इसके अलावा, शुभम जायसवाल, अमित, दिवेश जायसवाल और आकाश के खिलाफ सर्कुलर जारी कर सभी हवाई अड्डों और बंदरगाहों को अलर्ट कर दिया गया है। पुलिस इन सभी की लोकेशन ट्रेस करने के लिए सर्विलांस और मुखबिरों की मदद ले रही है।

बोगस फार्मा कंपनियों का काला साम्राज्य

जांच में खुलासा हुआ है कि अमित, दिनेश और आकाश के नाम पर कई बोगस फार्मा कंपनियां बनाई गई थीं। इन कंपनियों का इस्तेमाल सिर्फ कागजों पर दवाइयों की खरीद-फरोख्त दिखाने के लिए किया जाता था।

हकीकत में, इन फर्जी फर्मों के जरिए कोडीनयुक्त कफ सिरप की लाखों बोतलें यूपी के अलग-अलग जिलों के साथ-साथ बिहार, पश्चिम बंगाल और पड़ोसी देश बांग्लादेश तक तस्करी की जा रही थीं। इन कंपनियों के पास न तो उचित लाइसेंस थे और न ही इनका कोई वास्तविक अस्तित्व था।

100 करोड़ से अधिक का नशीला कारोबार

इस पूरे गिरोह ने साल 2023 से 2025 के बीच लगभग 89 लाख शीशियां अवैध रूप से बाजार में खपाई हैं, जिनकी कीमत 100 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है। हाल ही में वाराणसी और जौनपुर में हुई छापेमारी में करोड़ों की सिरप बरामद हुई है।

इस सिंडिकेट में कुछ सफेदपोशों और स्थानीय दवा व्यापारियों के शामिल होने की भी बात सामने आई है, जिसकी जांच विशेष जांच दल और प्रवर्तन निदेशालय द्वारा की जा रही है।


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