यात्रीगण कृपया ध्यान दें: राजस्थान जाने वाली कई ट्रेनें रद्द, कुछ परिवर्तित मार्ग से चलेंगी
Railway News: फुलेरा-रींगस-रेवाड़ी रेलखंड पर नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के चलते 20 से 29 अगस्त 2025 तक कई ट्रेनें रद्द और कुछ परिवर्तित मार्ग से चलेंगी।
Railway News: उत्तर पश्चिम रेलवे के अंतर्गत आने वाले फुलेरा-रींगस-रेवाड़ी रेलमार्ग पर दोहरीकरण और नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य के कारण आगामी दिनों में कई ट्रेनों का संचालन प्रभावित रहेगा। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा और ट्रैफिक संचालन के मद्देनजर 20 अगस्त से 29 अगस्त 2025 तक विभिन्न गाड़ियों को रद्द या आंशिक रूप से रद्द करने का निर्णय लिया है।
नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य चल रहा
यह कार्य अटेली, काठूवास और कुण्ड स्टेशनों पर जारी है, जो इस मार्ग के प्रमुख स्टेशन हैं। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, इस कार्य के दौरान ट्रेनों की समयबद्धता और परिचालन पर असर पड़ना स्वाभाविक है।
20 अगस्त से 29 अगस्त तक पूर्ण रूप से रद्द ट्रेनें
ट्रेन नाम | गाड़ी संख्या | अवधि |
फुलेरा- रेवाड़ी एक्सप्रेस | 19621 | 20 से 29 अगस्त तक |
रेवाड़ी- फुलेरा एक्सप्रेस | 19620 | 20 से 29 अगस्त तक |
भिवानी- ढेहर का बालाजी एक्सप्रेस | 14705 | 20 से 29 अगस्त तक |
ढेहर का बालाजी- भिवानी एक्सप्रेस | 14706 | 20 से 29 अगस्त तक |
रेवाड़ी- मदार एक्सप्रेस | 19618 | 20 से 29 अगस्त तक |
मदार- रेवाड़ी एक्सप्रेस | 19617 | 20, 22, 23, 25, 26, 28 अगस्त |
आंशिक रूप से रद्द ट्रेन
मदार- रेवाड़ी एक्सप्रेस (19617)
दिनांक 21, 24, 27, 29 अगस्त को यह ट्रेन मदार से फुलेरा तक ही चलेगी। फुलेरा से आगे सेवा स्थगित रहेगी।
पहले से रद्द और मार्ग परिवर्तित ट्रेनें
ट्रेन नाम | गाड़ी संख्या | स्थिति |
फुलेरा- रेवाड़ी एक्सप्रेस | 19619 | रद्द (1 से 29 अगस्त) |
रेवाड़ी- फुलेरा एक्सप्रेस | 19622 | रद्द (1 से 29 अगस्त) |
दिल्ली- जैसलमेर | 14087 | परिवर्तित मार्ग: रेवाड़ी–अलवर–जयपुर–फुलेरा |
जैसलमेर- दिल्ली | 14088 | परिवर्तित मार्ग: फुलेरा–जयपुर–अलवर–रेवाड़ी |
चंडीगढ़- बांद्रा टर्मिनस | 22452 | 3, 6, 10, 13, 17, 20, 24, 27 अगस्त को परिवर्तित मार्ग से |
गोंडा- दौराई | 19604 | 26 अगस्त को परिवर्तित मार्ग से चलेगी |
रेलवे का अनुरोध
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने यात्रियों से अपील की है कि यात्रा से पहले संबंधित ट्रेनों की अद्यतन स्थिति रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से जरूर जांच लें। रेलवे ने यह कदम यात्री सुरक्षा और संरचना सुधार के उद्देश्य से उठाया है।