यवतमाल में दर्दनाक हादसा: दारव्हा स्टेशन के पास रेलवे के गड्ढे में डूबे 4 मासूम, सभी की मौत; सुरक्षा इंतजामों पर सवाल
महाराष्ट्र के यवतमाल जिले में रेलवे निर्माण के गड्ढे में डूबने से 4 बच्चों की मौत। गहरे गड्ढों पर सुरक्षा घेरा न होने से हादसा हुआ। पढ़ें पूरी खबर
महाराष्ट्र के यवतमाल में बड़ा हादसा, चार बच्चों की मौत
Yavatmal 4 Children Drowned Darwha: महाराष्ट्र के यवतमाल जिले के दारव्हा में बुधवार ( 20 अगस्त 2025) शाम दिल दहला देने वाला इंसीडेंट सामने आया है। दारव्हा-नेर मार्ग के पास रेलवे स्टेशन परिसर में ब्रिज निर्माण के लिए खोदे गए गहरे गड्ढे में 4 मासूम बच्चे डूब गए, जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई।
दारव्हा हादसे में इन बच्चों की मौत
पुलिस ने मृत बच्चों की पहचान कर ली है। सभी बच्चे दारव्हा के ही रहने वाले थे। वह गड्ढे में नहाने के लिए उतरे थे। इस घटना को लेकर लोगों में खासा आक्रोश है। रेलवे प्रबंधन और निर्माण कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया है। मृतकों नाम इस प्रकार हैं।
- रिहान असलम खान (13 वर्ष)
- गोलू पांडुरंग नारनवरे (10 वर्ष)
- सोम्या सतीश खडसन (10 वर्ष)
- वैभव आशीष बोधले (14 वर्ष)
कैसे हुआ हादसा?
वर्धा-यवतमाल-नांदेड रेलवे परियोजना के तहत ब्रिज के पिलर बनाने गहरे गड्ढे खोदे गए हैं। जो हाल ही में हुई भारी बारिश से लबालब भर गए, लेकिन सुरक्षा घेरा या चेतावनी बोर्ड नहीं लगाया गया। बुधवार दोपहर बच्चे नहाने के लिए गड्ढे में उतरे, लेकिन गहराई का अंदाजा न होने के कारण वे डूब गए।
बचाने की कोशिश नाकाम, चारों की मौत
स्थानीय लोगों ने तुरंत बच्चों को बाहर निकाला और दारव्हा के उप जिला अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने उनकी गंभीर हालत को देखते हुए यवतमाल के संजीवनी अस्पताल रेफर कर दिया, लेकिन यहां भी बचाया नहीं जा सका। डॉक्टरों ने चारों को मृत घोषित कर दिया।
सुरक्षा इंतजामों पर सवाल
यह हादसा रेलवे परियोजना के सुरक्षा मानकों पर गंभीर सवाल खड़े करता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कंपनियों ने गहरे गड्ढों के आसपास बैरिकेडिंग या चेतावनी संकेत नहीं लगाए, जिससे यह दुर्घटना हुई।