महाराष्ट्र में 1200 करोड़ का क्रेडिट स्कैम: SIT प्रमुख रहीं आईपीएस भाग्यश्री पर जालसाजी के आरोप, CBI ने दर्ज किया केस

Credit Society Scam: डीसीपी भाग्यश्री नवटेके महाराष्ट्र के कथित घोटाले से संबंधित मामलों की जांच के लिए 2021-21 में बनी एसआईटी की प्रमुख बनाई गई थीं। तब वे ईओडब्ल्यू में सेवाएं दे रही थीं।

Updated On 2024-10-17 17:23:00 IST
IPS Bhagyashree Navtake

Credit Society Scam: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने महाराष्ट्र की आईपीएस अफसर भाग्यश्री नवटेके (IPS Bhagyashree Navtake) के खिलाफ 1200 करोड़ रुपए के कथित घोटाले में धोखाधड़ी और आपराधिक साजिश का केस दर्ज किया है। सीबीआई के मुताबिक, नवटेके पर जालसाजी और गलत दस्तावेजों के इस्तेमाल के आरोप हैं। यह घोटाला जलगांव स्थित भाईचंद हिराचंद रायसोनी क्रेडिट सोसायटी से जुड़ा है।

CBI ने क्या कार्रवाई की?
जांच एजेंसी ने आईपीएस भाग्यश्री नवटेके को आईपीसी 120-B (आपराधिक साजिश), 466 (दस्तावेजों की जालसाजी), 474 (नकली दस्तावेज़ों का इस्तेमाल) और 201 (सबूत मिटाने) के तहत आरोपी बनाया है। नवटेके 2020 से 2022 तक क्रेडिट सोसायटी घोटाले की जांच कर रही एसआईटी की प्रमुख थीं।

क्या है 1200 करोड़ रुपए का घोटाला?

  • 2015 के इस घोटाले में भाईचंद हिराचंद रायसोनी (BHR) क्रेडिट सोसायटी ने कई निवेशकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर अधिक ब्याज का लालच देकर ठगा था। जांच के दौरान नवटेके पर आरोप लगाया गया कि उन्होंने शिकायतकर्ताओं की गैर-मौजूदगी में उनके हस्ताक्षर हासिल किए और एक ही दिन में एक अपराध के तहत तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए।
  • महाराष्ट्र गृह विभाग ने सीआईडी जांच रिपोर्ट के बाद पुणे पुलिस को आईपीएस नवटेके के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया था। पुणे पुलिस ने अगस्त में नवटेके पर केस दर्ज किया। अब CBI ने इस घोटाले की जांच अपने हाथ में ले ली है।

पुणे पुलिस ने 2021 में घोटाले के आरोपी को पकड़ा
घोटाले के मुख्य आरोपी जितेंद्र कंदारे को जून 2021 में पुणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। क्रेडिट सोसायटी घोटाले में आईपीएस के मामले को 2020 में सीबीआई को सौंपा गया, जिसने अब नवटेके के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय एजेंसी ने 12 बैंकों को धोखा देने के लिए दिल्ली स्थित एक कंपनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी का केस भी दर्ज किया।

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