हथियार वाले हाथों में मेहंदी: गढ़चिरौली में आत्मसमर्पण कर चुके 13 नक्सलियों का सामूहिक विवाह, CM फडणवीस ने दिया आशीर्वाद
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गढ़चिरौली में आत्मसमर्पण कर चुके नक्सलियों के सामूहिक विवाह समारोह में भाग लिया। यह आयोजन राज्य की पुनर्वास नीति के तहत हुआ।
Naxalite Mass Wedding
Naxalite Mass Wedding in Maharashtra : महाराष्ट्र में 12 कुख्यात नक्सलियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर वैवाहिक जीवन में प्रवेश किया। शुक्रवार, 6 जून को गढ़चिरौली जिले में आयोजिन उनके सामूहिक विवाह समारोह में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल हुए। बताया कि सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा अभियान के चलते माओवादियों की कमर टूट गई है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, जिन 12 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है, वे लंबे समय से वांछित थे। इनके पास से हथियार भी बरामद हुए हैं। ये सभी अब संविधान को स्वीकारते हुए मुख्यधारा में लौटने का फैसला कर चुके हैं। इससे स्पष्ट है कि माओवाद की कमर टूट चुकी है।
गढ़चिरौली में इन नक्सलियों ने किया था सरेंडर
- विमला चंद्रा सिदाम उर्फ तरक्का – दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी की प्रमुख, जिन पर ₹25 लाख का इनाम था।
- शशिकला धुर्वे – पश्चिम उप-क्षेत्रीय प्रेस टीम की सदस्य।
- सामी मट्टामी – दंडकारण्य मेडिकल टीम की सदस्य।
- निशा हेडो – पेरिमिली दलम की डिप्टी कमांडर।
- वनीता धुर्वे – भामरगढ़ क्षेत्रीय समिति की सदस्य।
- आकाश वाट्टे, सोनी मट्टामी, श्रुति हेडो व अन्य सक्रिय सदस्य।
सीएम की नक्सलियों को दो टूक
मुख्यमंत्री फडणवीस ने आत्मसमर्पण करने वालों का स्वागत करते हुए कहा, सरकार उन्हें पूर्ण पुनर्वास सहायता देगी, ताकि वे समाज की मुख्यधारा में सम्मानजनक जीवन बिता सकें। बाकी बचे नक्सलियों से भी आत्मसमर्पण की अपील की। कहा, यदि वे हिंसा का रास्ता नहीं छोड़ते, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऐसे कमजोर पड़ा माओवाद
गढ़चिरौली जिला नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक माना जाता है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में सुरक्षाबलों के अभियान और राज्य सरकार की पुनर्वास नीति के चलते यहां माओवाद कमजोर पड़ा है। अधिकारियों का कहना है कि आत्मसमर्पण करने वालों में कुछ माओवादी "डिवीजनल कमांडर" स्तर के हैं, जिनके नाम कई हिंसक घटनाओं में शामिल रहे हैं।