MP Politics: उमा भारती क्या चुनावी राजनीति में आएंगी? इंटरव्यू में दिया स्पष्ट जवाब; जानें क्या कहा?
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती क्या फिर चुनावी राजनीति में आंएगी। शनिवार को ANI से हुई खास बातचीत में उन्होंने इस पर स्पष्ट जवाब दिया है। जानें क्या कहा?
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती
Uma Bharti Interview: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर चुनावी राजनीत में सक्रिय हो सकती हैं। शनिवार, 30 अगस्त को उन्होंने समचार एजेंसी ANI को दिए साक्षात्कार में कहा, अगर चुनाव लड़ना उनके मौजूदा लक्ष्यों के अनुरूप होगा, तो निश्चित ही वह चुनाव लड़ने को तैयार हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी माना कि इस समय चुनाव लड़ने में एक बड़ी बाधा है।
उमा भारती ने एएनआई से विशेष बातचीत में कहा, मेरी उम्र अभी 65 साल से अधिक नहीं हुई है। इसलिए मैं चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य नहीं हूँ। लेकिन चुनावी राजनीति में मैं तभी आऊंगी, जब मुझे लगेगा कि मैं इसके लिए मानसिक और नैतिक रूप से पूर्णत: तैयार हूँ।
जनसेवा को बताया प्राथमिकता
- उमा ने ईमानदारी और प्रतिबद्धता को अपनी सबसे बड़ी ताकत बताया। कहा, मैं यदि किसी सीट से चुनाव लड़ती हूँ, तो मेरा पूरा ध्यान उस क्षेत्र की जनता की समस्याओं के समाधान पर होता है। इस दौरान किसी को परेशानी होती है तो मैं खुद को इसके लिए जिम्मेदार मानती हूँ।
- मंत्री बनाए जाने के सवाल पर उमा भारती ने कहा, मंत्री पद एक बड़ी ज़िम्मेदारी वाला पद है। इसीलिए वह केवल तभी चुनाव लड़ेंगी, जब उन्हें लगेगा कि इससे मेरे वर्तमान लक्ष्य प्रभावित नहीं होंगे।
- उमा भारती ने सत्ता की भूख से इनकार करते हुए कहा, सत्ता पाने के लिए मुझे किसी वस्तु की ज़रूरत नहीं है। मैं खुद में एक शक्तिशाली वस्तु हूँ। जनता ने मुझे साहस और शक्ति दी है, वही मेरी सबसे बड़ी पूंजी है।
- उमा भारती ने यह भी कहा कि वह स्पष्ट लक्ष्य और दृढ़ संकल्प वाली नेत्री हैं। चुनाव लड़ने से अगर मेरा लक्ष्य पूरा होता है, तो मैं ज़रूर मैदान में उतरूंगी। अगर नहीं, तो नहीं। उन्होंने कहा, मैं कोई भी निर्णय जल्दबाज़ी में नहीं लेती।
उमा भारती का राजनीतिक कॅरियर
- 1989 में पहली बार खजुराहो सीट से लोकसभा चुनाव जीतकर संसद पहुंचीं।
- 1991, 1996 और 1998 में भी इसी सीट से लगातार जीत हासिल की।
- 1999 में भोपाल सीट से चुनाव लड़ा।
- 2003 में मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में दिग्विजय सिंह सरकार को सत्ता से हटाया और राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।
- 2005 में हुबली केस के चलते उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा।
- 2012 के यूपी विधानसभा चुनाव में चरखरी सीट से विधायक निर्वाचित हुईं।
- 2014 में उत्तर प्रदेश के झांसी से लोकसभा चुनाव जीतकर मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनीं।
रिटायरमेंट के सवाल पर क्या कहा?
उमा भारती ने पॉलिटकल रिटायरमेंट के सवाल पर कहा, कोई भी संगठन, राजनीतिक दल, संस्था सेवानिवृत्ति की आयु तय कर सकती है, लेकिन योगदान की कोई आयु नहीं होती। राजनीति एक मंच है, और योगदान मेरी क्षमता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह अनिश्चित काल तक राजनीति में बनी रहेंगी।
PM मोदी ने 65 साल में लड़ा लोकसभा
चुनाव लड़ने के सवाल पर उमा भारती ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी ने 65 साल की उम्र में अपना लोकसभा चुनाव लड़ा था। मैं अगले साल 65 साल की हो रही हूं। अगर मैं अभी कोशिश करूँगी, तो कुछ रुकावटें आएंगी। लेकिन जब भी मुझे लगेगा कि मैं पूर्णत: तैयार हूँ चुनाव लड़ूँगी।प्रतिबद्धताओं के प्रति मैं बहुत ईमानदार हूँ
उमा भारती ने कहा, मैं अपनी प्रतिबद्धताओं के प्रति बहुत ईमानदार हूँ। यह मेरी एक कमजोरी है। मुझे किसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ना पड़े तो अपना सारा समय और ईमानदारी वहाँ के लोगों को समर्पित करनी होगी। किसी को कठिनाई होने पर मुझे पछतावा होता है। मैं एक उद्देश्य-उन्मुख हूँ, लेकिन चुनाव लड़ने का फ़ैसला इस पर निर्भर करेगा कि मेरे उद्देश्य में बाधा तो नहीं आएगी।
उमा भारती का यह बयान क्यों महत्वपूर्ण है?
उमा भारती का यह बयान ऐसे समय आया है, जब भारतीय जनता पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें चल रही हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव होना है। पीएम मोदी अगले माह अपनी 75 साल की आयु पूर्ण कर रहे हैं। बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों की तैयारियां जोरों पर हैं। मध्य प्रदेश और उत्तर भारत में उमा भारती का खासा प्रभाव है।