रीवा पुलिस की खास पहल: अब हादसे की जगह पर 'बोलेंगे' एक्सीडेंटल वाहन, देखें सोहागी घाटी का नज़ारा
रीवा पुलिस ने सोहागी घाटी में सड़क हादसों को रोकने के लिए अनोखी पहल शुरू की है। अब ब्लैक स्पॉट पर टंगे हैं क्षतिग्रस्त वाहन, जो यात्रियों को देंगे चेतावनी और सतर्क रहने का संदेश।
SOHGI GHATI ACCIDENTS
Madhya Pradesh News: रीवा जिले को प्रयागराज से जोड़ने वाला नेशनल हाइवे-30 लंबे समय से सोहागी घाटी के कारण बदनाम रहा है। यह घाटी अब तक 75 से ज्यादा जानलेवा हादसों की गवाह बन चुकी है, जिनमें सैकड़ों लोग घायल और 72 से अधिक अपनी जान गवां चुके हैं। रीवा पुलिस ने एक अनूठा प्रयोग शुरू किया है। अब सोहागी घाटी में दो बड़े ब्लैक स्पॉट वाले स्थानों पर भयानक एक्सीडेंट में क्षतिग्रस्त हुए वाहन लोहे के स्टैंड पर टांगे गए हैं, ताकि हाईवे से गुजरने वाले लोग यह देखकर सावधान हो जाएं।
24 करोड़ की लागत से बदलेगा नक्शा
MPRDC ने घाटी में हो रहे हादसों को देखते हुए ₹24 करोड़ की लागत से सड़क डिजाइन सुधारने की योजना बनाई है। घाटी के ब्लैक स्पॉट्स को इंजीनियरिंग के जरिए सुधारा जाएगा, जिसमें एक्सपर्ट तकनीकी सहयोग भी लिया जाएगा। इस पर काम जल्द शुरू होने की उम्मीद है।
सड़क की डिज़ाइन बनी हादसों की वजह?
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और विशेषज्ञों का मानना है कि घाटी के निर्माण में मानकों की अनदेखी की गई है। मोड़ों की चौड़ाई, उतार-चढ़ाव की ढलान, सड़क की सतह किसी भी तकनीकी पहलू को गंभीरता से नहीं लिया गया। इसी लापरवाही ने घाटी को जानलेवा बना दिया।
5 जून का हादसा जिसने सबको झकझोर दिया
बता दें, प्रयागराज से गंगा स्नान कर लौट रहे मऊगंज के एक परिवार की 7 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई जब एक सीमेंट से भरा ट्रक ऑटो पर पलट गया। इस घटना में मासूम बच्चे भी शिकार बने। यह हादसा एक बार फिर घाटी की जानलेवा हकीकत को उजागर करता है।
सड़क हादसों को रोकने के लिए नवाचार
सोहागी टीआई पवन शुक्ला ने जानकारी दी कि पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के निर्देश पर सोहागी घाटी में लगातार हो रहे सड़क हादसों को रोकने के लिए एक अनोखा नवाचार किया गया है। इस पहल के तहत घाटी की सड़क के किनारे दो प्रमुख ब्लैक स्पॉट्स पर दुर्घटनाग्रस्त चार पहिया वाहनों को प्रदर्शित किया गया है। इन वाहनों को इस तरह रखा गया है कि हाईवे से गुजरने वाले लोग इन्हें देखकर खुद सतर्क हो जाएं और समझ सकें कि थोड़ी सी लापरवाही भी जानलेवा हो सकती है।
टीआई शुक्ला ने बताया कि जल्द ही इन स्थानों पर चेतावनी वाले होर्डिंग और साइन बोर्ड भी लगाए जाएंगे, जिनमें यातायात से जुड़ी अहम सावधानियों और सुरक्षा निर्देशों का उल्लेख होगा, ताकि यात्रियों को और अधिक जागरूक किया जा सके।