Seoni Havala Case: SDOP पूजा पांडे हिरासत में, 11 पुलिसकर्मियों पर FIR, हवाला लूट कांड में बड़ा एक्शन

मामले में लगातार बढ़ते विवाद और सवालों के बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद दखल दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा, “कानून तोड़ने वाला चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में सुशासन सर्वोपरि है।” इसके बाद तत्काल SDOP पूजा पांडे और अन्य 11 पुलिसवालों के खिलाफ डकैती और अपहरण की धाराओं में FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया।

Updated On 2025-10-14 14:27:00 IST

Seoni Havala Case 2025: मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से बड़ी खबर सामने आई है। हवाला मनी लूटकांड में आखिरकार पुलिस महकमे पर ही गाज गिरी है। पांच दिन की जांच के बाद SDOP पूजा पांडे, टीआई अर्पित भैरम समेत 11 पुलिसकर्मियों पर FIR दर्ज कर दी गई है। SDOP पूजा पांडे को हिरासत में ले लिया गया है, जबकि 4 अन्य पुलिसकर्मी भी पुलिस की गिरफ्त में हैं। बाकी 6 आरोपी पुलिसकर्मी अब भी फरार बताए जा रहे हैं।

सीएम के आदेश पर हुई कार्रवाई

मामले में लगातार बढ़ते विवाद और सवालों के बीच मुख्यमंत्री मोहन यादव ने खुद दखल दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा, “कानून तोड़ने वाला चाहे कोई भी हो, उसे बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश में सुशासन सर्वोपरि है।” इसके बाद तत्काल SDOP पूजा पांडे और अन्य 11 पुलिसवालों के खिलाफ डकैती और अपहरण की धाराओं में FIR दर्ज करने का आदेश दिया गया।

क्या है पूरा मामला?

यह पूरा घटनाक्रम 8 और 9 अक्टूबर की रात का है। सिवनी SDOP पूजा पांडे को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक क्रेटा कार (MH-13 EK-3430) में 3 करोड़ रुपये की हवाला रकम कटनी से महाराष्ट्र के जालना ले जाई जा रही है। सूचना मिलते ही उन्होंने अपनी टीम के साथ ऑपरेशन शुरू किया, जिसमें बंडोल थाना प्रभारी टीआई अर्पित भैरम भी शामिल हो गए। रात करीब 1:30 बजे सीलादेही इलाके में क्रेटा कार को घेरकर रोक लिया गया।

आरोप है कि पुलिस अफसरों ने उस कार से करीब 3 करोड़ रुपये जब्त किए, लेकिन रिपोर्ट में केवल 1.45 करोड़ रुपये ही दिखाए। यही नहीं, आरोपियों को बिना कार्रवाई के छोड़ दिया गया और वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई।

कहां से खुला राज

अगले दिन हवाला कारोबारी पैसे की जानकारी लेने थाने पहुंचा, लेकिन पूरे दिन उसे टालमटोल किया गया। मामला जब वरिष्ठ अफसरों तक पहुंचा, तब जाकर 1.5 करोड़ रुपये लौटाए गए। इसके बाद DGP ने सख्ती दिखाते हुए SDOP पूजा पांडे सहित 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।

सस्पेंड किए गए पुलिस अधिकारी और कर्मचारी:

  1. पूजा पांडे, SDOP सिवनी
  2. अर्पित भैरम, उप निरीक्षक व थाना प्रभारी बंडोल
  3. चंद्रकिशोर सिरामे, थाना प्रभारी लखनवाड़ा
  4. माखन, प्रधान आरक्षक (SDOP कार्यालय, सिवनी)
  5. रविंद्र उईके, प्रधान आरक्षक (रीडर, SDOP कार्यालय)
  6. जगदीश यादव, आरक्षक (SDOP कार्यालय)
  7. योगेन्द्र चौरसिया, आरक्षक (SDOP कार्यालय)
  8. रितेश, ड्राइवर आरक्षक (SDOP कार्यालय)
  9. नीरज राजपूत, आरक्षक (थाना बंडोल)
  10. केदार, गनमैन आरक्षक (SDOP कार्यालय)
  11. सदाफल, गनमैन आरक्षक (SDOP कार्यालय)

ऐसे चली पूरी जांच:

मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच की जिम्मेदारी जबलपुर ASP आयुष गुप्ता को सौंपी गई। 11 अक्टूबर को हवाला कारोबारियों सोहन परमार, इरफान पठान, और शेख मुख्तार के खिलाफ केस दर्ज किया गया। 13 अक्टूबर को IG प्रमोद वर्मा खुद सिवनी पहुंचे और पूरे प्रकरण की समीक्षा की। उन्होंने जांच का दायित्व ASP क्राइम जितेंद्र सिंह को सौंपा और कई वरिष्ठ पुलिस अफसरों को कारण बताओ नोटिस जारी किए। आखिरकार 14 अक्टूबर को SDOP पूजा पांडे सहित 11 पुलिसवालों के खिलाफ डकैती और अपहरण की धाराओं में FIR दर्ज की गई।

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