भोपाल: CM मोहन यादव ने 52वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी का किया शुभारंभ, कहा- भारत की वैज्ञानिक सोच प्राचीन काल से विकसित

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 52वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी-2025 का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि भारत की वैज्ञानिक सोच प्राचीन काल से ही विकसित रही है।

Updated On 2025-11-18 22:45:00 IST

मुख्यमंत्री मोहन यादव ने श्यामला हिल्स स्थित क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान में 52वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी-2025 का शुभारंभ किया।

भोपाल। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल स्थित श्यामला हिल्स स्थित क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (आरआईई) में 52वीं राष्ट्रीय बाल वैज्ञानिक प्रदर्शनी-2025 का शुभारंभ किया। प्रदर्शनी में 31 राज्यों के 900 से अधिक विद्यार्थी शामिल हुए। सरकार स्कूलों में आईसीटी लैब बढ़ाकर वैज्ञानिक और नवाचारी सोच को प्रोत्साहित कर रही है।

सीएम मोहन यादव के आगमन पर बाल वैज्ञानिकों द्वारा विकसित रोबोट ने उनका स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी में लगे स्टॉल्स का अवलोकन किया और बाल वैज्ञानिकों द्वारा तैयार किए गए रोबोट एवं तारामंडल मॉडल की जानकारी प्राप्त की। यह प्रदर्शनी 23 नवंबर तक चलेगी।


ऋषि-मुनियों के नवाचारों से समृद्ध है भारत की ज्ञान परंपरा

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत की वैज्ञानिक सोच प्राचीन काल से ही विकसित रही है। आर्यभट्ट, भास्कराचार्य और महर्षि पतंजलि जैसे ऋषि-मुनियों ने विज्ञान और गणित के सिद्धांतों से दुनिया को परिचित कराया। भारतीय ज्ञान परंपरा ने दुनिया को यह बताया कि ब्रह्मांड में अनगिनत सूर्य विद्यमान हैं और शरीर में पांच प्राणों का अस्तित्व है।


उन्होंने कहा कि विद्यार्थी आज भी इन परंपराओं से प्रेरणा लेकर बेहतर नवाचार कर सकते हैं।

योग को दुनिया में प्रतिष्ठित करने का श्रेय भारत को

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने योग को संयुक्त राष्ट्र के माध्यम से विश्व पटल पर स्थापित किया, जिसके बाद यूरोप, साइबेरिया, चीन, पाकिस्तान से लेकर ईरान और इराक तक योग को अपनाया गया। राज्य सरकार भी स्वास्थ्य और समाज कल्याण के दृष्टिकोण से अंगदान अभियान को बढ़ावा दे रही है।

स्कूलों में बढ़ाई जा रही आईसीटी लैब की संख्या

स्कूल शिक्षा एवं परिवहन मंत्री उदय प्रताप सिंह ने कहा कि राज्य सरकार विद्यार्थियों के बीच वैज्ञानिक और नवाचारी दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए निरंतर काम कर रही है। इसी दिशा में प्रदेश के स्कूलों में आईसीटी लैब की संख्या तेजी से बढ़ाई जा रही है।

जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह ने भी बाल वैज्ञानिकों को शुभकामनाएं दीं।

31 राज्यों के 900 विद्यार्थी, 240 मॉडल प्रदर्शन

इस प्रदर्शनी में देशभर के 31 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से लगभग 900 विद्यार्थी और शिक्षक शामिल हुए हैं।

यहां 240 साइंस मॉडल और इनोवेटिव प्रोजेक्ट्स प्रदर्शित किए गए हैं। मुख्य विषय है— ''सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी।''

स्टॉल्स में मुख्य रूप से- खाद्य-स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, परिवहन एवं संचार, प्राकृतिक खेती, आपदा प्रबंधन, गणितीय मॉडलिंग व कंप्यूटेशनल थिंकिंग, अपशिष्ट प्रबंधन, संसाधन प्रबंधन जैसे विषयों पर मॉडल प्रस्तुत किए गए हैं।

प्रदर्शनी के दौरान मैनिट, आईसेक्ट और आईआईएसईआर के वैज्ञानिकों के साथ संवाद सत्र भी आयोजित किए जाएंगे।

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