बेगम्स ऑफ भोपाल: ‘साड़ी संस्कृति बाय सलमा सुल्तान’ क्या है? पूर्व दूरदर्शन एंकर ने खोले राज़

पूर्व दूरदर्शन एंकर सलमा सुल्तान ने ‘बेगम्स ऑफ भोपाल’ कार्यक्रम में अपने ब्रांड ‘साड़ी संस्कृति’ के जरिए भारतीय आर्टिजंस को बढ़ावा देने की बात कही। हरिभूमि से खास बातचीत में उन्होंने महिलाओं की स्वतंत्रता और न्यूज एंकरिंग पर भी विचार साझा किए।

By :  Desk
Updated On 2025-07-19 19:57:00 IST

Salma Sultan

मधुरिमा राजपाल, भोपाल: देश की मशहूर पूर्व न्यूज एंकर सलमा सुल्तान ने शनिवार को बेगम्स ऑफ भोपाल के गेट-टूगेदर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। इस दौरान हरिभूमि से खास बातचीत में उन्होंने अपने जीवन के अनुभवों और अपने ब्रांड ‘साड़ी संस्कृति बाय सलमा सुल्तान’ के बारे में बताया। सलमा सुल्तान, जो 1967 से 1997 तक 30 साल तक दूरदर्शन में न्यूज एंकर रहीं, अपनी सादगी और बालों में गुलाब के फूल की खास शैली के लिए जानी जाती हैं।

साड़ी संस्कृति’ के जरिए आर्टिजंस को दे रहीं पहचान
सलमा सुल्तान ने बताया कि उन्होंने ‘साड़ी संस्कृति बाय सलमा सुल्तान’ ब्रांड शुरू किया है, जिसका मकसद देश के आर्टिजंस को बढ़ावा देना और उन्हें एक मंच प्रदान करना है। उन्होंने कहा, “हम आर्टिजंस द्वारा बनाए गए कपड़ों पर कारीगरी करते हैं या उन्हें डिजाइनर आउटफिट में बदलकर बेचते हैं। इससे आर्टिजंस को सीधा फायदा होता है और उन्हें अपनी कला दिखाने का अवसर मिलता है।” यह पहल न केवल स्थानीय कारीगरों को आर्थिक रूप से सशक्त करती है, बल्कि भारतीय हस्तकला को भी वैश्विक मंच पर ले जाती है।


 शनिवार को जेहनुमा पैलेस में ‘बेगम्स ऑफ भोपाल’ क्लब ने अपनी 6वीं सालगिरह सेलिब्रेट की। 

महिलाओं की स्वतंत्रता पर खुलकर बोलीं सलमा
सलमा ने अपने उस दौर को याद करते हुए कहा, “मेरे समय में भले ही महिलाओं पर कई तरह की पाबंदियां थीं, लेकिन मैं हमेशा अपने फैसले लेने में स्वतंत्र थी। चाहे वह व्यक्तिगत जीवन हो या प्रोफेशनल। इसकी एक बड़ी वजह मेरी बड़ी बहन मैमूना सुल्तान थीं, जो भोपाल से चार बार कांग्रेस सांसद रहीं।” सलमा और मैमूना अफगानिस्तान के शाह शुजा की परपोती हैं, जो उनकी प्रेरणादायक पारिवारिक पृष्ठभूमि को दर्शाता है।

आज की न्यूज एंकरिंग पर सलमा की राय
आज के न्यूज चैनलों की एंकरिंग पर टिप्पणी करते हुए सलमा ने कहा, “हमारे समय में खबरों को सादगी और स्पष्टता के साथ पढ़ा जाता था। लेकिन आज के कॉम्पिटीशन और ग्लोबलाइजेशन के दौर में न्यूज एंकर चिल्लाकर या शोर मचाकर खबरें पेश करते हैं, जो मुझे सही नहीं लगता। जब आप किसी बात को सलीके से कह सकते हैं, तो चीखने-चिल्लाने की क्या जरूरत है?”

सलमा सुल्तान: एक प्रेरणादायक शख्सियत
सलमा सुल्तान की यह बातचीत न केवल उनकी सादगी और स्पष्टवादिता को दर्शाती है, बल्कि उनके सामाजिक योगदान और आर्टिजंस के प्रति उनके समर्पण को भी उजागर करती है। ‘साड़ी संस्कृति बाय सलमा सुल्तान’ के जरिए वे भारतीय कारीगरों को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

'बेगम्स ऑफ भोपाल' क्लब ने मनाई 6वीं वर्षगांठ, सलमा सुल्तान बनीं मुख्य अतिथि

भोपाल के जेहनुमा पैलेस में शनिवार को ‘बेगम्स ऑफ भोपाल’ क्लब ने अपनी 6वीं वर्षगांठ उत्साहपूर्वक मनाई। इस मौके पर दूरदर्शन की पूर्व जानी-मानी न्यूज़ एंकर सलमा सुल्तान मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहीं। कार्यक्रम में 55 से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया और ‘मिस ईव’ का खिताब सीमा वारसी को मिला।


  ‘बेगम्स ऑफ भोपाल’ की 6वीं वर्षगांठ पर सलमा सुल्तान के साथ ग्रुप की महिलाएं केक काटते हुए। कार्यक्रम में नृत्य, संगीत और महिला सशक्तिकरण की प्रेरक झलक देखने को मिली।

2019 में शुरू हुआ यह ग्रुप आज 21,000 से अधिक महिला सदस्यों के साथ सामाजिक, सांस्कृतिक और महिला सशक्तिकरण से जुड़ी गतिविधियां संचालित कर रहा है। क्लब की अध्यक्ष रखशां शमीम जाहिद ने बताया कि 'परी बाजार' और 'हेरिटेज कार रैली' जैसी वार्षिक गतिविधियों के साथ क्लब अब तक 200 होम किचन और 300 महिला स्टार्टअप्स को मंच दे चुका है। क्लब की सामाजिक सेवा इकाई ‘वीस’ ने 7 आंगनवाड़ियों को गोद लेकर वहां महिलाओं को प्रशिक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में मार्गदर्शन देना शुरू किया है।

Tags:    

Similar News