राजनीतिक संन्यास: RSS प्रमुख को मिला BJP नेता का साथ, 75 की उम्र में इस्तीफे को तैयार

RSS प्रमुख मोहन भागवत के 75 साल के बाद संन्यास की बात पर मध्यप्रदेश में सियासत गर्मा है। कुछ नेता सहमत तो कुछ विरोध में है। जानिए किसने क्या कहा?

By :  Desk
Updated On 2025-07-12 22:22:00 IST

RSS प्रमुख को मिला इस BJP नेता का साथ, 75 की उम्र में इस्तीफे को तैयार 

BJP Retirement Rules : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने सर संघचालक मोहन भागवत के 75 की उम्र में संन्यास वाले बयान पर भले ही स्पष्टीकरण दे दिया है, लेकिन देश में सियासी महौल गर्म है। मध्यप्रदेश विधानसभा में स्पीकर रहे नर्मदापुरम विधायक सीताशरण शर्मा ने संघ प्रमुख की बात को आदर्श वाक्य बताया है। कहा, अगले साल मैं 75 साल का हो रहा हूं। पार्टी चाहेगी में मैं इस्तीफा दे दूंगा।

सीतासरन शर्मा बोले-युवाओं को मौका मिले

  • पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा ने मोहन भागवत के बयान का समर्थन करते हुए कहा, एक निश्चित उम्र के बाद नेतृत्व की जिम्मेदारी युवाओं को सौंप देना चाहिए।
  • डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि वे स्वयं अगले साल 75 वर्ष के हो जाएंगे, और यदि पार्टी उन्हें इस्तीफा देने के लिए कहती है, तो वे बिना किसी आपत्ति के पद छोड़ देंगे।
  • सीतासरन शर्मा का यह बयान 'भाजपा के नया खून लाओ, राजनीति में बदलाव लाओ' विचारधारा से प्रेरित है।

रघुनंदन शर्मा: उम्र नहीं, क्षमता हो पैमाना

  • भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद रघुनंदन शर्मा (जो स्वयं 79 वर्ष के हैं) ने मोहन भागवत के बयान पर असहमति जताई। कहा, अगर कोई 75 की उम्र में भी पूरी क्षमता से काम कर रहा है तो उसे सिर्फ उम्र के आधार पर राजनीति से बाहर करना अन्याय होगा।
  • रघुनंदन शर्मा ने मीडिया को दिए बयान में यह भी कहा कि भाजपा ने उन्हें भी रिटायर करने के लिए कहा था, लेकिन वह अभी भी काम करने की इच्छा रखते हैं।

कांग्रेस ने पूछा: मोदी मानेंगे भागवत की बात?

  • कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मोहन भागवत के बयान को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा इशारा बताया। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, क्या नरेंद्र मोदी संघ प्रमुख के 75 पार वाले सिद्धांत को मानेंगे?
  • उमंग सिंघार ने भाजपा पर दोहरा मापदंड अपनाने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सत्ता के लिए अपने नियमों को तोड़ती-मरोड़ती रही है।

भाजपा के बदलते रिटायरमेंट के मानदंड

आरएसएस और भाजपा में उम्र के आधार पर रिटायरेंट की चर्चा पुरानी है। हालांकि, जरूरत के मुताबिक, समय समय पर यह नियम बदले रहे हैं। उदहरण के तौर पर मध्य प्रदेश में बाबूलाल गौर, सरताज सिंह, कुसुम महदेले और सुमित्रा महाजन जैसे सीनियर नेताओं को जहां 75 पार होने का हवाला देकर सक्रिय राजनीति से दूर कर दिया गया। वहीं कुछ नेताओं को इससे छूट दे गई।  

2018 में टिकट काटे, 2023 में राहत 

  • एमपी बीजेपी ने 2018 के विधानसभा चुनाव में 75 पार 4 नेताओं के टिकट काटे थे, लेकिन 2023 के चुनाव में रीवा जिले के गुढ़ और सतना जिले के नागौद में यह फार्मूला शिथिल कर दिया गया। यहां 75 की उम्र पार चुके नागेंद्र सिंह न सिर्फ चुनाव लड़े, बल्कि जीतकर विधानसभा भी पहुंचे। 
  • नागौद विधायक नागेंद्र सिंह ने तो खुद चुनाव लड़ने से इनकार किया था, लेकिन पार्टी आलाकमान ने क्षेत्र की सियासी स्थितियों का हवाला देकर उन्हें इलेक्शन के लिए मनाया।

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क्या है मोहन भागवत का बयान और RSS की राय?

  • आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर के एक कार्यक्रम में कहा था कि 'जब आपको 75 साल पूरे होने पर शॉल ओढ़ाई जाती है तो समझिए कि दूसरों का मौका देने का समय आ गया है। इसके बाद खुद ही किनारे हो जाना चाहिए।
  • कांग्रेस ने संघ प्रमुख के इस बयान को पीएम मोदी के लिए इशारा बताया। जिसके बाद RSS ने स्पष्टीकरण दिया। कहा, मोहन भागवत ने RSS विचारक मोरोपंत पिंगले की 75वीं जयंती पर उनकी टिप्पणी का जिक्र भर किया है। 
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